बठिंडा के तीन गांवों में पंचायत चुनाव बहुत कम अंतर से संपन्न हुआ – प्रत्येक उम्मीदवार ने सरपंच पद पर केवल एक-एक वोट से जीत दर्ज की। इस कड़े मुकाबले ने सही उम्मीदवार को चुनने के लिए हर एक वोट के महत्व को सामने ला दिया है।
भोखरा गांव में सुखप्रीत कौर को 702 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी परमिंदर कौर को 701 वोट मिले। गोलेवाला गांव में लखवीर सिंह को 340 वोट मिले, जबकि केवल सिंह को 339 वोट मिले। घारली गांव में भी मुकाबला उतना ही कड़ा रहा, जहां मनजीत सिंह को 246 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी केवल को 245 वोट मिले।
अधिकारियों ने तीनों गांवों में कई बार पुनर्मतगणना के बाद नतीजों की पुष्टि की। राज्य चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा, “यह दिखाता है कि हर वोट मायने रखता है।” एक तरफ, जीतने वाले उम्मीदवारों के समर्थकों ने जीत का जश्न मनाया, तो दूसरी तरफ, जो लोग मामूली अंतर से चुनाव हार गए, उन्होंने भारी मन से नतीजों को स्वीकार किया।
जिले के कई अन्य गांवों में भी कड़ी टक्कर देखने को मिली। गंगा गांव में वीरपाल कौर दो वोटों से विजयी रहीं। कुट्टीवाल खुर्द से सुखपाल कौर चार वोटों से विजयी रहीं, जबकि भाई हरजोगिंदर सिंह नगर गांव से हरप्रीत कौर पांच वोटों से विजयी रहीं।
इसी प्रकार कोठे मंडी कलां से जसवंत प्रीत सात वोटों से विजयी हुई तथा तालाब बस्ती गांव से जसवंत कौर आठ वोटों से विजयी रही।
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