राज्य में कथित अवैध मस्जिदों और अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या से संबंधित विवाद के बीच, शिमला से लगभग 30 किलोमीटर दूर धामी में एक प्रवासी फेरीवाले की पिटाई करने और उसे धमकाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
यह मामला एक वीडियो के ज़रिए सामने आया जिसमें एक व्यक्ति बाइक सवार एक फेरीवाले से आधार कार्ड मांगता हुआ दिखाई दे रहा है। जब प्रवासी आधार कार्ड दिखाने में असमर्थ रहा तो उस व्यक्ति ने उसे कई बार थप्पड़ मारे और उसके खिलाफ़ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
आरोपी ने पीड़ित को “मुर्गा” की सजा भी दी और तलवार से उसे मारने की धमकी भी दी। उसे अपने साथी से तलवार लाने के लिए कहते हुए भी सुना गया। वीडियो में स्थानीय लोगों को फेरीवाले से पूछते हुए सुना जा सकता है कि “जब उसे गांव में न आने के लिए कहा गया था, तो वह वापस क्यों आया?”
शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने रिपोर्ट की पुष्टि की और कहा कि आगे की जांच जारी है। गौरतलब है कि राज्य के कुछ इलाकों में कुछ हिंदू संगठनों द्वारा कथित अवैध मस्जिदों और अज्ञात प्रवासियों के खिलाफ आंदोलन चलाया गया था। सितंबर में, कुछ संगठनों ने मांग की थी कि राज्य सरकार को राज्य में अज्ञात प्रवासियों का उचित सत्यापन सुनिश्चित करना चाहिए।
इस बीच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता संजय चौहान ने सोशल मीडिया पोस्ट में घटना की निंदा की है और सरकार से दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील की है।
चौहान ने लिखा, “हिमाचल प्रदेश जैसे शिक्षित, सभ्य और शांतिपूर्ण राज्य में ऐसी शर्मनाक घटना को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता। पिछले कुछ दिनों से राज्य में कुछ स्वार्थी तत्व राज्य में सांप्रदायिक उन्माद पैदा कर आपसी भाईचारा और सौहार्द बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं और राज्य को बदनाम करने का काम किया जा रहा है। ऐसी घटनाओं के कारण राज्य में पर्यटन और अन्य व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। इससे राज्य के लाखों परिवारों की आजीविका प्रभावित हो रही है। सरकार को ऐसे तत्वों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।”
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