फरीदकोट के सभी खरीद केंद्रों पर धान की खरीद न के बराबर होने और खरीद के लिए रखे गए स्टॉक के उठाव की वजह से भीड़ उमड़ रही है। शनिवार शाम तक खरीदे गए कुल 44,462 मीट्रिक टन (एमटी) धान में से जिले के खरीद केंद्रों से केवल 2,141 मीट्रिक टन (5 प्रतिशत से भी कम) ही उठाया जा सका है। उठाए गए धान में से अधिकांश हिस्सा निजी खरीदारों का है।
किसानों को अपनी उपज के ढेर के पास पहरा देते देखा जा सकता है, जिसकी अभी तक खरीद नहीं हुई है। कई अन्य किसान जिनकी उपज एजेंसियों ने खरीद ली है, वे भी ऐसा करने को मजबूर हैं, क्योंकि उनकी उपज का उठान अभी तक नहीं हुआ है।
पंजाब मंडी बोर्ड के अनुसार, अभी तक खरीद केंद्रों से केवल 2,141 मीट्रिक टन धान का उठाव और परिवहन किया गया है, जबकि 42,321 मीट्रिक टन का उठाव होना बाकी है। धान के स्टॉक की भरपाई न होने के कारण सभी खरीद केंद्रों पर भीड़ उमड़ रही है और किसानों को अपनी उपज उतारने के लिए जगह खोजने में परेशानी हो रही है।
गोलेवाला के किसान मंदिर सिंह ने कहा, “कुछ हताश किसान अपनी उपज निजी खरीदारों को बेचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन छोटे और सीमांत किसानों के साथ समस्या यह है कि उन्हें अपनी उपज कमीशन एजेंटों के माध्यम से बेचनी पड़ती है।”
इस बार निजी खरीददार भी नाममात्र की खरीद कर रहे हैं। जिले में खरीदे गए कुल 44,462 मीट्रिक टन धान में से निजी खरीददारों ने अब तक मात्र 1,144 मीट्रिक टन धान ही खरीदा है और इसमें से भी अधिकांश खरीददारों ने उठा लिया है।
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