वाराणसी, यूपी के बनारस में हस्तशिल्पियों और बुनकरों के हुनर की पूरी दुनिया कायल है। योगी सरकार हस्तशिल्पियों और बुनकरों को सुविधाएं देने, उनको लोन दिलाने के साथ उत्पादों को देश के बाजार तक पहुंचा रही है। सरकार बुनकरों को लोन पर सब्सिडी देने के लिए कैंप भी लगा रही है। इतना ही नहीं सरकार की ओर से हस्तशिल्पियों के उत्पादों को राष्ट्रीय बाजार देने के लिए फ्लिपकार्ट से एमओयू भी साइन किया गया है।
काशी के बुनकरों और हस्तशिल्पियों की कारीगरी का डंका पूरी दुनिया में बजता है। ऐसे में 18 हैंडीक्राफ्ट उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है जबकि कई अन्य उत्पादों को जीआई टैग के लिए आवेदन किया गया है। ओडीओपी योजना में बनारस के तीन उत्पाद शामिल हैं। वाराणसी परिक्षेत्र के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग के सहायक आयुक्त अरुण कुमार कुरील ने बताया कि हैंडलूम वीवर्स मुद्रा स्किम के तहत सरकार बुनकरों को बैंक से लोन दिला रही है। साथ ही लोन पर नियमानुसार 20 प्रतिशत तक और ब्याज पर 7 प्रतिशत तक की सब्सिडी उपलब्ध करा रही है। योगी सरकार की इस पहल से बुनकर साहूकारों के चंगुल से मुक्त हो गए हैं।
सहायक आयुक्त अरुण कुमार कुरील ने बताया कि बुनकरों को लोन दिलाने के लिए बुनकर बाहुल्य वाडरें के 68 जगहों पर कैम्प लगाए जा रहे हैं, जिसकी समय सीमा को बढ़ाया जाएगा। योगी सरकार का लक्ष्य पचास हजार लोगों को लोन दिलाने का है। इसके अलावा हथकरघा बुनकरों को सरकार सोलर लाइट भी उपलब्ध करने जा रही है, जिससे उनकी बिजली का खर्च कम हो सके और लाइट जाने पर भी बुनकर के करघे का ताना-बाना चलता रहे। बता दें कि वाराणसी में करीब 8 हजार से अधिक हैंडलूम और 1 लाख से अधिक पावरलूम हैं।
सरकार ने हस्तशिल्प उत्पाद को राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिए 7 अगस्त को ई-कॉमर्स साइट ़िफ्लपकार्ट से एमओयू साइन किया है। माूलम हो कि ़िफ्लपकार्ट पर 40 करोड़ ग्राहक मौजूद है। ऐसे में सरकार का मकसद है कि फ्लिपकार्ट के जरिए हस्तशिल्प उत्पाद को नई ऊँचाई दी जा सके। फ्लिपकार्ट पर हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम उत्पादों के साथ देश के दिव्यांगजनों के उत्पाद भी शामिल होंगे। फ्लिपकार्ट शिल्पियों को इसके लिए ट्रेनिंग भी दे रहा है। इसके साथ ही फ्लिपकार्ट अगले 6 माह तक इन शिल्पियों से उत्पादों की बिक्री पर कोई कमीशन भी नहीं लेगा।
Leave feedback about this