त्यौहारी सीजन के कारण रोहतक में अतिक्रमण, यातायात जाम और अस्वास्थ्यकर स्थिति बढ़ गई है, जिससे निवासियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। यद्यपि स्थानीय पुलिस, नगरपालिका अधिकारियों तथा जिला प्रशासन द्वारा तैयारियों के बड़े-बड़े दावे किए गए, लेकिन शहर का प्रबंधन अव्यवस्थित नजर आ रहा है।
स्थानीय निवासी, विशेषकर दुकानदार, जो सार्वजनिक स्थान पर अतिक्रमण करते हैं और अनिर्धारित स्थानों पर कचरा फेंकते हैं, वे भी इस स्थिति के लिए समान रूप से दोषी हैं।
चूंकि दुकानदार त्योहारी सीजन का पूरा फायदा उठाने के लिए अपनी दुकानों के बाहर सामान सजाकर तथा फुटपाथ, सड़कों और गलियों पर अतिक्रमण करके दुकानें लगा लेते हैं, इसलिए वाहनों की पार्किंग के लिए बहुत कम जगह बचती है।
स्थानीय निवासी गीता ने दुख जताते हुए कहा, “इन दिनों यातायात की अत्यधिक भीड़, बढ़ते प्रदूषण, पार्किंग स्थलों की कमी और अस्वच्छता के कारण स्थानीय बाजार जाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।”
निवासियों का कहना है कि बड़े पैमाने पर संपत्ति का विरूपण हो रहा है, जिससे शहर की तस्वीर बदसूरत हो गई है।
स्थानीय विधायक भारत भूषण बत्रा ने कहा, “अत्यधिक गंदगी, गड्ढों वाली सड़कें, खराब सीवरेज और सार्वजनिक व निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुँचाने के कारण रोहतक एक गंदा शहर बन गया है। मैंने स्थानीय नगर आयुक्त से बात की है, जिन्होंने इस संबंध में प्रभावी कार्रवाई करने का वादा किया है।”
बत्रा ने कहा कि उन्होंने राज्य प्राधिकारियों के समक्ष भी यह मुद्दा उठाया है और उन्हें कुछ सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।
विधायक ने कहा, ‘‘मैं रोहतक की स्थिति से मुख्यमंत्री को भी अवगत कराऊंगा और उनसे व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग करूंगा तथा शहर के लिए विशेष पैकेज की मांग करूंगा।’’
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