श्रीनगर/नई दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के दारहल इलाके में परगल में सेना की एक कंपनी के संचालन ठिकाने में दो आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ करने की कोशिश के बाद भारतीय सेना के तीन जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया। संदिग्ध आत्मघाती समूह के दोनों आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा, “किसी (आतंकवादियों) ने परगल में सेना के शिविर की बाड़ को पारकरने की कोशिश की। संतरी ने चुनौती दी और गोलीबारी हुई।”
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सुरक्षा बलों पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा की। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेताउमर अब्दुल्ला ने कहा, “राजौरी में एक आतंकवादी हमले के बाद तीन सैनिकों की ड्यूटी के दौरान मौत के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ।”
उन्होंने कहा, “हमले की निंदा करते हुए मैं परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और राजौरी हमले में घायल हुए उनअधिकारियों और जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
सुरक्षा अधिकारियों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और अतिरिक्त दलों को मौके पर भेज दिया गया है। यह हमला 75वें स्वतंत्रतादिवस के जश्न से कुछ दिन पहले हुआ है। एक दिन पहले बडगाम में सुरक्षा बलों ने लश्कर के तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। मारे गए आतंकवादियों में से एक नागरिक राहुल भट और अमरीन भट की हत्या में शामिल था।
Leave feedback about this