November 24, 2024
National

कनाडा में मंदिरों पर हुए हमले के विरोध में इंदौर में सिख समाज का प्रदर्शन

इंदौर, 6 नवंबर । कनाडा में पिछले दिनों हिंदू मंदिर पर हुए हमले के विरोध में मंगलवार को इंदौर में सिख समाज ने विरोध दर्ज कराते हुए संभागायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

मध्य प्रदेश सिख यूथ फोरम के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में उपस्थित सिख समाज के लोगों ने तिरंगा हाथ में लेकर “भारत माता की जय , कनाडा सरकार मुर्दाबाद, कनाडा सरकार होश में आओ, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करो, भारतीयों को सुरक्षा प्रदान करो” जैसे नारे लगाए।

मध्य प्रदेश सिख यूथ फोरम के अध्यक्ष नरेंद्र सलूजा ने बताया कि सभी जानते हैं कि सिख धर्म गुरुओं ने धर्म की रक्षा की खातिर त्याग, बलिदान और कुर्बानियां दी हैं। मानवता, इंसानियत, परोपकार सिख धर्म का मूल संदेश है। जिन लोगों ने कनाडा में इस घटना को अंजाम दिया है, वे कभी सच्चा सिख हो ही नहीं सकते हैं, वे असामाजिक तत्व हैं।

सिख समाज का आरोप है कि यह पाकिस्तान की साजिश है। पाकिस्तान लंबे समय से भारत को बांटने के षड्यंत्र में लगा हुआ है। लेकिन, उसके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। सभी ने देखा है कि जब भी देश में या विश्व के किसी भी हिस्से पर कोई संकट आता है, तो सिख समाज सबसे आगे बढ़कर दुखी, पीड़ित की सेवा को तत्पर रहता है। लंगर के रूप में, दवा के रूप में या अन्य सामग्री के रूप में सेवा करता है।

सिख समाज का दावा है कि सिख व्यक्ति कभी भी हिंसक नहीं हो सकता है और वह किसी के भी धार्मिक स्थल पर कभी हमला नहीं करता है। महिलाओं और बच्चों पर तो कतई नहीं। यह जो लोग हैं, वे असामाजिक तत्व हैं, इसमें पाकिस्तान की गहरी साजिश है। पाक सिख समुदाय को बदनाम करने की साज़िश रच रहा है।

मध्य प्रदेश सिख यूथ फोरम ने राष्ट्रपति के नाम इंदौर के संभागायुक्त कार्यालय में उपायुक्त सपना लोवंशी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि भारत सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे, कनाडा सरकार को बाध्य करे कि वो इसके दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे, भारतीयों को सुरक्षा प्रदान करे और ऐसे तत्वों को संरक्षण देना बंद करे, क्योंकि पिछले कुछ समय से कनाडा भारत विरोधियों की शरण स्थली बन चुका है। इसको लेकर भारत सरकार को कड़ा विरोध दर्ज कराना चाहिए।

मध्य प्रदेश सिख यूथ फोरम ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और कनाडा सरकार से मांग की है कि इसके दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। भारतीयों को सुरक्षा प्रदान की जाए। पाकिस्तान का भारत को बांटने का मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा।

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