October 13, 2025
Entertainment

धर्मेंद्र ने बॉबी और अभय के बचपन की अनदेखी तस्वीर साझा की

Dharmendra shares unseen childhood picture of Bobby and Abhay

मुंबई, 7 नवंबर । बॉलीवुड के दिग्गज स्टार धर्मेंद्र ने अभय और बॉबी देओल के साथ कुछ पुरानी तस्वीरें साझा की हैं। धर्मेंद्र ने इंस्टाग्राम पर एक मोनोक्रोम फोटो शेयर की, जिसमें दोनों भाई एक सफेद घोड़े पर बैठे हैं, जिसके बारे में उन्होंने बताया कि घोड़े का नाम जोरा है।

उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘दोस्तों, बॉबी और अभय मेरे सफेद घोड़े ज़ोरा पर सवार हैं।’ धर्मेंद्र के भतीजे अभय ने 2005 में इम्तियाज अली की रोमांटिक कॉमेडी ‘सोचा न था’ से फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी, जिसमें उन्होंने आयशा टाकिया के साथ काम किया था।

इसके बाद उन्होंने ‘आहिस्ता आहिस्ता’, ‘हनीमून ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड’, ‘एक चालीस की लास्ट लोकल’, ‘मनोरमा सिक्स फीट अंडर’, ‘देव डी’, ‘ओए लकी! लकी ओए!’, ‘आयशा’, ‘ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा’, ‘रांझणा’ और ‘वेले’ जैसी फ़िल्मों में काम किया है। उन्हें आखिरी बार क्राइम ड्रामा सीरीज ‘ट्रायल बाय फायर’ में देखा गया था, जिसका निर्देशन प्रशांत और रणदीप झा और अवनी देशपांडे ने किया था।

वह अगली बार ‘डोन्ट यू बी माय नेबर!’ में एल्विस एक्ट्रेस नताशा बैसेट के साथ नज़र आएंगे, जो एक इंडी रोमांटिक कॉमेडी है।

इस बीच, बॉबी अगली बार शिवा द्वारा निर्देशित तमिल भाषा की महाकाव्य फंतासी एक्शन फिल्म ‘कांगुवा’ में नजर आएंगे। फिल्म में सूर्या दोहरी भूमिका में हैं, उनके साथ दिशा पटानी, नटराजन सुब्रमण्यम, योगी बाबू, रेडिन किंग्सले, कोवई सरला, आनंदराज और के.एस. रविकुमार सहायक भूमिकाओं में हैं।

धर्मेंद्र की बात करें तो उन्हें बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ के रूप में जाना जाता है। स्टार को 1960 के दशक के मध्य में ‘आई मिलन की बेला’, ‘फूल और पत्थर’, ‘आए दिन बहार के’, ‘आंखें’, ‘शिकार’, ‘आया सावन झूम के’, ‘जीवन मृत्यु’, ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘सीता और गीता’, ‘राजा जानी’, ‘जुगनू’, ‘यादों की बारात’, ‘दोस्त’, ‘शोले’, ‘हुक’ जैसी फिल्मों से लोकप्रियता मिली।

हाल के दिनों में उन्हें ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ और ‘तेरी बातों में उलझा जिया’ जैसी फिल्मों में देखा गया था।

वह अगली बार श्रीराम राघवन की फिल्म “इक्कीस” में अगस्त्य नंदा के साथ दिखाई देंगे। यह फिल्म 1971 के युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल के जीवन पर आधारित है।

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