पटना, 15 नवंबर । नालंदा विश्वविद्यालय में मृतक की एक आंख गायब होने के मामले को जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने दुखद और दर्दनाक बताया है। उन्होंने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
आईएएनएस से बातचीत में नीरज कुमार ने अपनी राय रखी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जो घटना हुई है वह दुखद है, दर्दनाक है। अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
जांच कमेटी के गठन का दावा करते हुए कहा, अधीक्षक ने कमेटी बनाई है और 2 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा है। इस घटना में जो जिम्मेदार होंगे उन पर कार्रवाई होगी। साथ ही पुलिस थाने में क्रिमिनल केस भी दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की जांच करेगी। जो गुनहगार होंगे उन पर कड़ी कार्रवाई होगी।
वहीं इस मुद्दे पर हो रही सियासत को उन्होंने गलत बताया। बोले, हालांकि विपक्षी जो सवाल उठा रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि तेजस्वी यादव के घर में कोई बीमार पड़ता है तो इंदिरा गांधी आयुर्वेद संस्थान क्यों जाते हैं। वह भी सरकारी संस्थान है। लोगों को पता है कि आप जनता के लिए नहीं है आप खास लोगों के साथ होते हैं। आपके भाई स्वास्थ्य मंत्री थे। घर में एंबुलेंस रखे गए। डॉक्टर को नियुक्त किया गया। सरकारी साधन का दुरुपयोग किया गया था। इसलिए ऐसे मामलों में आप न बोलें।
मामला सामने आने के बाद राजद ने प्रदेश सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई। एक वीडियो साझा कर सूबे के सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा गया है। ऑफिस ऑफ तेजस्वी हैंडल से क्लिप शेयर कर कहा गया है- आप तमाम जलसों कार्यक्रमों में कहते सुनते होंगे, “पहले कुछ था जी? सब हम ही ना किए हैं!” इसके बाद पूरी घटना का जिक्र किया गया है।
दरअसल, मामला नालंदा मेडिकल कॉलेज से जुड़ा है। जहां गोली लगने से घायल युवक को भर्ती कराया गया। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जब परिजन शव देखने पहुंचे तो उसकी आंख गायब थी। इसे लेकर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि चूहे ने आंख खा ली है तो परिजनों का आरोप है कि किसी धारदार औजार से उसकी आंख निकाली गई है।
नालंदा मेडिकल कॉलेज के अलावा राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी और बाइडेन की तुलना पर भी नीरज कुमार बोले। उन्होंने कहा कि आपको क्या हो गया है? आप भारत जोड़ो यात्रा पर निकले थे, लेकिन राजनीतिक प्रतिशोध ने आपको इस कदर दुश्मनी में डाल दिया है कि अब आप देश के अंदरूनी मामलों पर विदेश में तुलनात्मक चर्चा कर रहे हैं। यह देश सबका है और इसकी गौरवशाली विरासत का दुनिया भर में सम्मान है। दुर्भाग्य से कांग्रेस पार्टी राजनीतिक रूप से अपरिपक्व नेतृत्व के नियंत्रण में आ गई है, जहां आंतरिक मामलों पर भी विदेशी संस्थाओं के साथ तुलनात्मक संदर्भ में चर्चा की जा रही है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कांग्रेस राजनीतिक ईर्ष्या से प्रेरित होकर राजनीतिक दिवालियापन की ओर बढ़ रही है।
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