हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महिला चौपाल की अवधारणा की रूपरेखा जल्द से जल्द तैयार की जाए।
महिला चौपालों में महिलाओं के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। साथ ही स्थानीय ग्राम पंचायत की महिला सरपंच, पंच, ब्लॉक समिति सदस्य जैसी जनप्रतिनिधियों को भी महिला चौपालों में शामिल किया जाना चाहिए।
जहां तक संभव हो, इन चौपालों को आंगनबाड़ी केंद्रों के नजदीक बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए।श्रुति चौधरी कल देर सायं यहां महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फील्ड में कार्यरत जिला परियोजना अधिकारी तथा महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों के कार्यों एवं गतिविधियों की मुख्यालय स्तर पर निगरानी की जाए तथा की गई कार्यवाही की पाक्षिक रिपोर्ट उन्हें भिजवाना सुनिश्चित करें।
चौधरी ने सरकारी योजनाओं, विशेषकर विभाग की योजनाओं, नीतियों और गतिविधियों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया। ताकि प्रदेश में विकास कार्यों को गति मिल सके। उन्होंने कहा कि विभाग में रिक्त पदों को भरने का काम भी जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।
बैठक में विभाग के अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराया कि मुख्यमंत्री द्वारा विभाग से संबंधित 63 घोषणाएं की गई थीं, जिनमें से 56 पूर्ण हो चुकी हैं तथा शेष पर कार्य किया जा रहा है।
लापरवाही व अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी
मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि विभाग के अधिकारियों की ओर से काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कोई अधिकारी लापरवाही करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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