मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना और मिशन वात्सल्य के तहत जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति तथा फोस्टर केयर अनुमोदन समिति की त्रैमासिक बैठक सोमवार को उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना और मिशन वात्सल्य पहलों के क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया गया। रेपसवाल ने उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और खंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) को अपने क्षेत्रों में बाल देखभाल संस्थानों का निरीक्षण करने और प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का मूल्यांकन करने का निर्देश दिया। उन्होंने विभाग को भटियात ब्लॉक में एक नए बाल देखभाल संस्थान के लिए प्रस्ताव तैयार करने का भी निर्देश दिया और एसडीएम भटियात को सुख आश्रय योजना के तहत एक आदर्श गांव के लिए भूमि की पहचान करने के लिए कहा।
बाल विकास परियोजना अधिकारियों (सीडीपीओ) को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और ग्राम पंचायतों के माध्यम से अनाथ, परित्यक्त बच्चों, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों और एकल महिलाओं की पहचान करने का काम सौंपा गया था, जिसकी रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर प्रस्तुत की जानी थी।
समिति ने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत नौ नए लाभार्थियों को मंजूरी दी तथा प्रायोजन योजना के अंतर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा चिन्हित 21 बच्चों के लिए लाभ स्वीकृत किए।
रेपसवाल ने इन पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर बल दिया और बाल देखभाल संस्थान प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे अपने यहां मनाए जाने वाले उत्सवों में एसडीएम और अधिकारियों को शामिल करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अमित मेहरा, एसडीएम चंबा प्रियांशु खाती और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवानी महला सहित अन्य उपस्थित थे।
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