हिमाचल प्रदेश नेत्र विज्ञान सोसायटी ने नेत्र विज्ञान के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए होटल हमीर में दो दिवसीय मध्यावधि सम्मेलन का आयोजन किया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि राज्य, पंजाब और चंडीगढ़ के सरकारी और निजी अस्पतालों के 75 वरिष्ठ डॉक्टरों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिसका आज समापन हुआ।
डॉ. वर्मा ने बताया कि शोधार्थियों द्वारा नेत्र विज्ञान के विभिन्न विषयों पर 42 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी राजकीय मेडिकल कॉलेज, शिमला की स्नातकोत्तर छात्रा डॉ. कुशा चौधरी को सर्वश्रेष्ठ पेपर प्रस्तुति का पुरस्कार दिया गया, जबकि आईजीएमसी, शिमला की पीजी छात्रा डॉ. नवप्रीत कौर को दूसरा पुरस्कार मिला। कार्यक्रम में अतिथि संकाय प्रोफेसर डॉ. गुरसतिंदर सिंह ने ग्लूकोमा की प्रगति और मानव जीवन पर इसके प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की।
आरकेजीएमसी के पूर्व प्राचार्य डॉ. अनिल चौहान ने संबोधन दिया और अपने अनुभव उपस्थित लोगों के साथ साझा किए।
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