पटना, 23 दिसंबर । अगले साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा और जदयू के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) अपनी सरकार के काम को ही मुख्य हथियार बनाने की रणनीति को लेकर आगे बढ़ रहा है।
हरियाणा के सूरजकुंड में बिहार भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में संगठन की मजबूती और किए गए कार्यों को जीत का हथियार बनाने को लेकर चर्चा की गई है। भाजपा के एक नेता बताते हैं कि एनडीए में शामिल दल साझा कार्यक्रम चलाकर केंद्र और प्रदेश सरकार के कार्यों को गांव – गांव तक और घर – घर तक पहुंचाने की योजना बन रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में इस पर खासी चर्चा की गई है।
भाजपा के प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने बताया कि भाजपा विकास के मुद्दे पर ही चुनाव मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा, “हमारे पास विकास को लेकर बताने के लिए बहुत कुछ है और विकास के मुद्दे पर ही हम चुनाव मैदान में उतरेंगे।”
इधर, जदयू ने भी रविवार को कर्पूरी रथ और नारी शक्ति रथ को प्रदेश कार्यालय से रवाना किया। यह रथ प्रदेश के गांव-गांव में जाकर नीतीश सरकार की उपलब्धियों का प्रचार- प्रसार करेगा तथा मतदाताओं को जागरूक करेगा।
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार के अनुसार, इस रथ का उद्देश्य बिहार में पिछड़े, अति पिछड़ों और महिलाओं के कल्याण और प्रगति के लिए किए गए कार्यों को घर-घर पहुंचाना है।
उन्होंने भी कहा कि एनडीए मुख्य रूप से किए गए कार्यों को लेकर ही चुनावी मैदान में उतरेगी और फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी।
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