सिरसा जिले के किसान, जो इस सर्दी में बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, सोमवार को राहत की सांस ली, क्योंकि रुक-रुक कर हुई बारिश ने गेहूं और सरसों की फसलों के लिए उम्मीदें जगा दी हैं। बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी और इस सीजन में बंपर फसल की उम्मीद जगाई।
कृषि विभाग ने बारिश को फसलों के लिए “सोना” बताया और कहा कि अगर तापमान एक सप्ताह तक स्थिर रहा तो इससे गेहूं की वृद्धि में वृद्धि होगी। अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि भले ही ठंड के मौसम में पाला पड़ जाए, लेकिन गेहूं की फसल पर इसका कोई असर नहीं होगा और पिछले साल की तुलना में बेहतर पैदावार का वादा किया।
बारिश से किसानों को खुशी मिली, लेकिन शहरी इलाकों में भी परेशानी हुई। सड़कें और बाजार कीचड़ से भर गए, जिससे पैदल चलने वालों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया। आमतौर पर व्यस्त रहने वाले बाजार सुनसान नजर आए, क्योंकि लोग बारिश से बचने के लिए घरों में ही रहे।
किसानों ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि बारिश से न केवल फसलों को लाभ होगा, बल्कि गेहूं की अतिरिक्त सिंचाई पर होने वाले खर्च से भी उन्हें राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस बारिश से उनके खर्च में कमी आएगी, जिससे प्रतिकूल मौसम की वजह से वर्षों से हो रहे नुकसान के बाद उन्हें बहुत जरूरी आर्थिक राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में और अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे किसानों और उनकी फसलों के लिए उम्मीद जगी है।
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