संभल, 24 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के संभल जिले के चंदौसी शहर के लक्ष्मणगंज में प्राचीन बावड़ी की खुदाई सोमवार को दूसरे दिन भी जारी है। खुदाई में रोज नए-नए खुलासे हो रही हैं। हर दिन नई-नई चीजें मिल रही हैं। रहस्यमय चीजों को समेटे संभल में मंदिर और कुआं मिला तो चंदौसी में खुदाई के दौरान बावड़ी और प्राचीन इमारत मिली। इसे अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।
सुरंग मिलने की खबर के बाद डीएम मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि यहां एक बावड़ी मिली है। इसे लगभग 150 से 200 वर्ष पहले निर्मित किया गया था। इसके नीचे के दो तल मार्बल का है। ऊपर का तल ईंटों का है जो दिख रहा है। ऊपर की मिट्टी हटाएंगे, अभी 190 वर्ग मीटर पर अतिक्रमण है, उसे मुक्त कराया जाएगा। जिन्होंने अतिक्रमण किया है उन्हें नोटिस दिया जाएगा। यहां पर मिले मंदिर को लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि संभल का इतिहास बहुत पुराना है। शास्त्रों की महाभारत काल से आज तक बड़ा विस्तृत इतिहास है। जो प्राचीन चीजें मिलेंगी सबकी है। साझी विरासत है, इसका सबको फायदा मिलेगा।
दरअसल संभल में बवाल तब शुरू हुआ जब कोर्ट ने शाही जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया। इस दौरान पुलिस पर पथराव हुआ। हिंसक झड़प में चार लोगों की मौत हो गई जिसके बाद माहौल बिगड़ गया था। इस हिंसा के बाद जब उपद्रवियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो बिजली चोरी का मामला सामने आया। लेकिन 14 दिसंबर को पुलिस उस वक्त हैरान रह गई जब दीपा राय इलाके में चेकिंग के समय अचानक एक मंदिर मिल गया जो सन 1978 के बाद से बंद बताया जा रहा है। यह मंदिर समाजवादी पार्टी के स्थानीय सांसद के घर से 200 मीटर की दूरी पर था।
मंदिर को खोला गया और वहां पूजा-पाठ शुरू किया गया। इसके बाद कुआं मिलने की जानकारी सामने आई और उसकी खुदाई कराई गई। इसी बीच संभल के और इलाके सरायतरीन में भी मंदिर मिला। चंदौसी में जमीन की खुदाई में उसके नीचे एक विशालकाय बावड़ी मिली है जिसे अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है।
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