भोपाल 24 दिसंबर । मध्य प्रदेश की राजधानी में परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा की काली कमाई के खुलासे ने कई रसूखदारों की मुश्किल बढ़ा दी है। इनमें नौकरशाह से लेकर कई राजनेता तक शामिल है।
बीते दिनों लोकायुक्त और आयकर विभाग ने राज्य में कई ठिकानों पर दबिश दी और इसमें एक परिवहन विभाग का पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा भी है। सौरभ शर्मा के आवास पर नगदी के साथ करोड़ों की संपत्ति का लेखा-जोखा मिला। इतना ही नहीं राजधानी के मेडोरा के जंगल स्थित एक फार्म हाउस में लावारिस कार में 52 किलो सोना तथा 10 करोड़ की नगदी मिली। यह कार सौरभ के करीबी चेतन सिंह गौर के नाम पर दर्ज है। चेतन आयकर विभाग की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ जारी है।
अब तक की जांच में जो बात सामने आ रही है वे काफी चौंकाने वाली है क्योंकि सौरभ ने बड़े पैमाने पर जमीन के कारोबार में करोड़ों का निवेश कर रखा था। वहीं उसके इस कारोबार में कई राजनेता और नौकरशाह शामिल थे। कई ऐसे दस्तावेज भी जांच एजेंसियों के हाथ लगे हैं जिसमें यह बात साबित हो रही है कि राजधानी के रातीबड, नीलबड, बील खेड़ा, बिशन खेड़ी आदि इलाकों में करोड़ों रुपए जमीन में निवेश किए गए हैं। अभी तक इन नेताओं और अफसर के नाम का खुलासा नहीं हुआ है मगर जब्त किए गए दस्तावेजों में इस बात की पुष्टि हो रही है कि सौरभ शर्मा की राजनेताओं और नौकरशाहों से करीबी रही है।
सूत्रों का दावा है कि आने वाले दिनों में उन नेताओं और नौकरशाहों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं जिनके नाम सौरभ शर्मा के यहां से बरामद दस्तावेजों में मिले हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि किसी जमीन में या अन्य कारोबार में जिस व्यक्ति ने निवेश किया है उसका नाम भी इन दस्तावेजों में दर्ज है। फिलहाल सौरभ शर्मा अपने परिवार के साथ दुबई में है और कोशिश उसे वापस भारत लाने की है। अभी तो दस्तावेजों में नाम मिले हैं और अगर सौरभ शर्मा अपनी जुबान से इन अफसर और नेताओं के नाम लेता है तो कई का भविष्य दांव पर लग सकता है।
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