अमृतसर : आरोपियों की पहचान पठानकोट निवासी राजकुमार राजू और होशियारपुर निवासी तरसेम सिंह के रूप में हुई है। राजू अमृतसर में पंजाब रोडवेज डिपो में तैनात थे जबकि तरसेम सिंह जालंधर डिपो में तैनात थे।
संबंधित बस स्टैंडों से यात्री बसों के चलने का समय बदलने और निजी बसों को रिश्वत के एवज में लाभान्वित करने के संबंध में सतर्कता द्वारा जांच के बाद उन पर मामला दर्ज किया गया था।
यहां एसएसपी विजिलेंस वरिंदर सिंह ने कहा, ‘दोनों पूर्व कर्मचारियों पर सरकारी बसों के प्रस्थान समय में बदलाव करने का आरोप है ताकि निजी बसों को रिश्वत के बदले फायदा मिल सके।
30 अप्रैल, 2021 को विजिलेंस ब्यूरो में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7-ए और आईपीसी की धारा 120-बी के तहत मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी गिरफ्तारी से बच रहे थे।
राजकुमार गुरदासपुर में अपने भाई के आवास पर छिपा था, जबकि तरसेम ने विजिलेंस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की पूछताछ जारी है।
Leave feedback about this