चेन्नई, 26 दिसंबर। चेन्नई के रोयापुरम कासिमेदु इलाके में साल 2004 की सुनामी की 20वीं बरसी पर एक शांति रैली और स्मारक सेवा का आयोजन किया गया।
शांति रैली में कई लोग शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन अन्नाद्रमुक के उत्तरी चेन्नई पूर्वोत्तर जिले द्वारा किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत एक मौन जुलूस से हुई, जिसके बाद एक स्मारक सेवा आयोजित की गई। इसमें मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए फूल चढ़ाए गए और समुद्र में दूध भी डाला गया।
इसके साथ ही, गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन वितरित किया गया। इस कार्यक्रम में 500 से अधिक लोग शामिल हुए।
हालांकि, कार्यक्रम के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी, कलैवानी, अचानक बेहोश हो गईं। अन्नाद्रमुक के जिला सचिव आर.एस. राजेश और महिला विंग के सदस्यों ने उन्हें तुरंत अस्पताल भेजा। इससे थोड़ी देर के लिए कार्यक्रम में हंगामा भी हुआ।
आज से 20 साल पहले 26 दिसंबर 2004 को सुनामी ने चेन्नई के समुद्र तटों पर तबाही मचाकर लोगों की हंसती खेलती जिंदगी तबाह कर दी थी। इस आपदा में लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इस भयावह हादसे के दो दशक बीत जाने के बाद भी लोग उस दर्द से नहीं उबर पाए हैं। लेकिन, इस बीच कुछ ऐसे लोग भी रहे, जिन्होंने इस हादसे से उबरकर नई जिंदगी का आगाज किया।
बताया जाता है कि सुनामी ने छह जिलों में तबाही मचाई थी। इसमें कांचीपुरम, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, नागपट्टिनम, कन्याकुमारी और थूथुकुड शामिल हैं। इसमें 50 नगर पंचायतों को बड़ा नुकसान पहुंचा था। आपदा के बाद लोगों को अपनी नई जिंदगी शुरू करने के लिए सरकार और प्रशासन ने अपनी तरफ से पूरी मदद की थी।
कुल मिलाकर, इस सुनामी में लगभग 1,90,000 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी, जबकि 40-45 हजार लोग लापता हो गए थे। माना जाता है कि वे मर चुके हैं।
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