महिला एवं बाल विकास योजनाओं की समीक्षा तथा आंगनवाड़ी बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए एसडीएम लक्ष्मण कनेट की अध्यक्षता में मंडी जिले के गोहर में त्रैमासिक ब्लॉक स्तरीय निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई।
बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) बीएल चौहान ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से बताया, जबकि एसडीएम कनेट ने महिलाओं, बच्चों और कमजोर समूहों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। इनमें एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) परियोजना, मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, पोषण अभियान और मुख्यमंत्री शगुन योजना आदि शामिल हैं।
बैठक में गोहर ब्लॉक की 47 पंचायतों में 10 पर्यवेक्षी मंडलों में 232 आंगनवाड़ी केंद्रों की संचालन स्थिति पर चर्चा की गई, जो लगभग 79,686 आबादी की सेवा करते हैं। एसडीएम ने इन केंद्रों के सुचारू संचालन की आवश्यकता पर जोर दिया और अधिकारियों को निर्माण और मरम्मत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया ताकि स्वच्छ पानी और बिजली जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के अंतर्गत गोहर ब्लॉक में 36 पात्र बच्चों को शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण, स्वरोजगार और आवास के लिए वित्तीय सहायता सहित सहायता प्रदान की जा रही है आईसीडीएस कार्यक्रम का उद्देश्य 0-6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों की पोषण और स्वास्थ्य स्थिति में सुधार लाना तथा 15-45 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण शिक्षा प्रदान करना है
एसडीएम कनेट ने महिला एवं बाल विकास विभाग को घरेलू हिंसा, नशे की लत और कम उम्र में शादी के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके तहत स्कूलों और कॉलेजों में “अपना विद्यालय” पहल के तहत सत्र आयोजित किए जाएंगे। अधिकारियों ने आंगनवाड़ी बुनियादी ढांचे में चुनौतियों, जैसे रखरखाव और बुनियादी सुविधाओं के प्रावधान पर भी विचार-विमर्श किया, तथा संबंधित विभागों से लंबित कार्यों में तेजी लाने का आग्रह किया।
बैठक में खंड विकास अधिकारी बशीर खान, विषय विशेषज्ञ मुंशी ठाकुर, बीईईओ जगत राम शर्मा, एसडीओ विद्युत हरीश शर्मा, तथा कई आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक और विभागीय कर्मचारी उपस्थित थे।
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