फरटिया भीम गांव की बीए अंतिम वर्ष की दलित छात्रा की कथित आत्महत्या ने भिवानी के लोहारू उपमंडल के सिंघानी गांव में आक्रोश फैला दिया है। एक निजी कॉलेज की छात्रा दीक्षा ने कथित तौर पर फीस न चुका पाने के कारण परीक्षा में बैठने की अनुमति न मिलने पर आत्महत्या कर ली।
उसके पिता जगदीश की शिकायत के अनुसार, 22 वर्षीय छात्रा इस महीने की शुरूआत में पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा देने वाली थी, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने 35,000 रुपये की बकाया फीस और चालू वर्ष की बकाया राशि के कारण उसे परीक्षा देने से रोक दिया।
उन्होंने कहा, “मैंने कॉलेज प्रशासन से फीस जमा करने के लिए और समय देने का अनुरोध किया। लेकिन अनुरोध ठुकरा दिया गया।”
भिवानी पुलिस ने कॉलेज मालिक, उसके बेटे और बेटी के अलावा कॉलेज प्रिंसिपल सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी ने 24 दिसंबर की रात को पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। परिवार ने पुलिस को बुलाया। उन्होंने बताया कि अगले दिन उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया और पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया। लेकिन उन्होंने 27 दिसंबर को कॉलेज प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उनके दबाव के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली। जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी की मौत के बाद उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और इसलिए उन्होंने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने में देरी की।
हालांकि, कॉलेज के मालिक हनुमान सिंह ने अपने और मामले में आरोपी बनाए गए अन्य लोगों के खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा, “हम पूरी जांच में पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।”
लोहारू एसएचओ जितेन्द्र सिंह ने बताया कि पीड़िता के पिता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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