महाराजगंज, 8 जनवरी । महाकुंभ को लेकर भारत नेपाल सीमा पर भी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है, इससे कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता है।
महाकुंभ के मद्देनजर सुरक्षा का जायजा लेने के लिए मंगलवार को एसएसबी के डीजी अमृत मोहन प्रसाद भारत नेपाल के सोनौली सीमा पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने सुरक्षा का जायजा लिया।
उन्होंने नेपाल के अधिकारियों के साथ सीमा सुरक्षा को लेकर एक दूसरे से सहयोग की बात कही। साथ ही सीमा पर सुरक्षा के लिए एसएसबी समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने की निर्देश दिए।
एसएसबी के डीजी अमृत मोहन प्रसाद ने बताया कि भारत और नेपाल का रिश्ता बहुत ही अच्छा है। महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर नेपाल ने पूरा सहयोग देने की बात कही है।
आपको बता दें इससे पहले डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ के दौरान नेपाल सीमा पर पुलिस को एसएसबी के साथ समन्यव बनाकर सघन चेकिंग सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद महाराजगंज जनपद के भारत-नेपाल की सीमा पर एसएसबी और पुलिस के जवान अलर्ट हो गए हैं। नेपाल से हर आने जाने वालों की सघन जांच और पेट्रोलिंग कर रहे हैं, इससे कोई भी देश विरोधी तत्व नेपाल सीमा से भारत में प्रवेश न कर सके।
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 2019 में जब कुंभ मेला लगा तो दुनिया ने उसे सराहा। कोई भी अप्रिय घटना 2019 के कुंभ मेले में नहीं हुई थी। उस कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया था और बिना किसी बाधा के वह संपन्न हुआ था। इस बार का कुंभ दिव्य और भव्य होगा। भारत सरकार और प्रदेश सरकार इस दिशा में काम कर रही है। हम किसी भी स्तर पर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। इस बार कुंभ मेले में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालु हिस्सा लेंगे।
हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाला महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी को प्रयागराज में चलेगा। महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, सामाजिक एकता और श्रद्धा का भी प्रतीक है।
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