January 18, 2025
Himachal

संगठनात्मक चुनावों से भाजपा में गुटबाजी और कलह उजागर

Organizational elections expose factionalism and discord in BJP

भाजपा राज्य में 171 में से 169 मंडलों के अध्यक्षों की नियुक्ति करने में सफल रही है, लेकिन भाजपा संगठनात्मक चुनावों ने छह पूर्व कांग्रेस विधायकों के अपने समर्थकों के साथ भगवा पार्टी में प्रवेश के बाद पार्टी इकाइयों में दरार के कारण कलह और गुटबाजी को उजागर कर दिया है।

हमीरपुर और सुजानपुर (हमीरपुर) तथा कुटलैहड़ और गगरेट (ऊना) के मंडल अध्यक्ष के लिए स्थगित चुनाव आज काफी मशक्कत के बाद हो पाए। दिलचस्प बात यह है कि इन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं और कांग्रेस से आए नए लोगों के बीच मतभेद के साथ ही कांग्रेस के छह बागी विधायकों के कारण पार्टी इकाइयां बंटी हुई हैं।

हालांकि, काफी विचार-विमर्श और समझाने-बुझाने के बाद भी देहरा मंडल में दरार अभी तक नहीं सुलझ पाई है और मंडल अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो सका है। भाजपा ने कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा उपचुनाव के लिए निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था। होशियार चुनाव हार गए, क्योंकि मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर चुनाव जीत गईं। देहरा में भाजपा इकाई होशियार सिंह और उनके समर्थकों के खिलाफ है, जिसके कारण मंडल अध्यक्ष का चुनाव कराने में दिक्कत आ रही है।

कांगड़ा सांसद एवं प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राजीव भारद्वाज, जिन्हें प्रदेश चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है, ने बताया कि अब तक प्रदेश के 171 मंडलों में से 169 में मंडल अध्यक्ष चुने जा चुके हैं। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार आज सुजानपुर टीहरा, बमसन (टौणी देवी), गगरेट, कुटलैहड़, हमीरपुर (शहरी), हमीरपुर (ग्रामीण), ढटवाल (भिजरी), दौलतपुर और डेरा बाबा रुद्रानंद में मंडल अध्यक्ष के चुनाव संपन्न हुए।

भाजपा के पुराने नेताओं और पिछले साल राज्यसभा चुनाव के बाद कांग्रेस विधायकों के समर्थकों के बीच अपने वफादारों को इन विधानसभा क्षेत्रों में मंडल अध्यक्ष नियुक्त कराने की खींचतान के कारण चुनाव में देरी हुई थी।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह समेत कांग्रेस के नेता भाजपा पर कटाक्ष करते रहे हैं कि पार्टी राष्ट्रीय भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल और हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में गुटों में बंटी हुई है।

इस साल की शुरुआत में 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा बगावत और क्रॉस वोटिंग के बाद, भाजपा ने इन छह विधायकों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए थे। दलबदल विरोधी कानून के तहत विधानसभा से अयोग्य ठहराए जाने के बाद, सभी छह विधायकों- सुधीर शर्मा (धर्मशाला), इंदर दत्त लखनपाल (बरसर), राजिंदर राणा (सुजानपुर), देविंदर भुट्टो (गगरेट) और चैतन्य शर्मा (कुटलैहड़) को भाजपा ने उपचुनाव के लिए पार्टी का टिकट दिया।

सुधीर शर्मा और आईडी लखनपाल को छोड़कर बाकी सभी चार कांग्रेस विधायक चुनाव हार गए। सुजानपुर में भी राजिंदर राणा के भाजपा में शामिल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम पीके धूमल को हराने वाले राणा और उनके लोगों का भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है।

Leave feedback about this

  • Service