अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह में हिंदू मंदिर के होने के दावे को लेकर चर्चा में आए विष्णु गुप्ता पर अज्ञात युवकों ने फायरिंग की। कथित तौर पर अजमेर से दिल्ली आते वक्त उन पर गोली चलाई गई।
यह घटना अजमेर के गेगल थाना क्षेत्र स्थित गगवाना गांव के पास हाईवे पुलिया के पास की बताई जा रही है। विष्णु गुप्ता ने खुद अपने वाट्सएप पर इसकी जानकारी दी। कहा कि जब वह अजमेर से दिल्ली जा रहे थे, तब उनकी कार पर गोली चलाई गई।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, जिसमें एडिशनल एसपी ग्रामीण दीपक कुमार शर्मा और एडिशनल एसपी शहर हिमांशु जांगिड़ शामिल थे। इसके अलावा एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। फिलहाल मामले की छानबीन की जा रही है।
इस संबंध में एडिशनल एसपी ग्रामीण दीपक कुमार शर्मा ने मीडिया को जानकारी दी। बताया कि सुबह विष्णु गुप्ता जी ने फोन करके बताया कि उनकी गाड़ी पर किसी बाइक सवार ने फायरिंग की थी। मौके पर हमारी टीम और एफएसएल की टीम दोनों पहुंच गई हैं और जांच की जा रही है। फिलहाल उनकी तरफ से लिखित शिकायत नहीं मिली है। केवल मौखिक रूप से जानकारी दी गई है। जैसे ही वे लिखित शिकायत देंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस वक्त जिले के सभी अधिकारी और पुलिस टीम मौके पर मौजूद हैं और जांच कर रहे हैं। गाड़ी पर गोली के निशान मिले हैं और उसी के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या किसी दूसरी जगह पर भी फायरिंग हुई थी। जब एफआईआर दर्ज होगी, तब उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, विष्णु गुप्ता ने इस संबंध में मीडिया को एक तस्वीर भी साझा की। इस तस्वीर में उनकी गाड़ी पर फायरिंग के निशान साफ नजर आ रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कोर्ट में लिखित अर्जी दाखिल कर जान को खतरा बताया था और यह भी कहा था कि उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। इसी को देखते हुए शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान चुनिंदा लोगों को ही एंट्री दी गई थी।
बता दें कि विष्णु गुप्ता ने ही कोर्ट में अर्जी दाखिल कर यह दावा किया था कि अजमेर में जिस स्थान पर मौजूदा समय में दरगाह है, वहां पर पहले शिव मंदिर था।
उन्होंने मांग की थी कि इस दरगाह का सर्वे किया जाए।
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