प्रमुख किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने आज पलवल में जिला आयुक्त (डीसी) को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें अधिकारियों पर कृषक समुदाय से संबंधित विभिन्न मांगों के समाधान में देरी या गलत तरीके से निपटने का आरोप लगाया गया।
एसकेएम के प्रवक्ता महेंद्र सिंह चौहान ने कई अनसुलझे मुद्दों पर प्रकाश डाला, खास तौर पर बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसल क्षति के मुआवजे के बारे में। उन्होंने कहा कि कई किसानों को अभी तक अपनी फसल के नुकसान के लिए उचित मुआवजा नहीं मिला है, जबकि इस मुद्दे को सीएम विंडो सहित विभिन्न मंचों पर उठाया गया है।
चौहान ने विशेष रूप से बामनी खेड़ा गांव के किसान संत राम का मामला बताया, जिन्हें पिछले साल फरवरी में ओलावृष्टि के कारण हुई फसल के नुकसान (51 से 74 प्रतिशत के बीच) के लिए पूरा मुआवजा देने से मना कर दिया गया था। मुद्दा उठाने के बावजूद, कोई राहत नहीं दी गई।
किसानों ने सहकारी चीनी मिल अधिकारियों द्वारा खरीद पर्चियां जारी करने में देरी का मुद्दा भी उठाया, जो एक ऐसी समस्या है जो समय पर कटाई और गन्ने की फसल की बिक्री को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, किसानों ने सिंचाई के पानी की कमी की शिकायत की, क्योंकि आगरा नहर क्षेत्र में खेती के लिए पर्याप्त पानी नहीं छोड़ रही है।
जिला आयुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) को इन चिंताओं पर ध्यान देने तथा ज्ञापन सौंपे जाने के बाद समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।
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