जिले के एक गांव में स्थानीय छिंज मेले में कुश्ती दंगल में भाग लेने के दौरान 56 वर्षीय होमगार्ड जवान की मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि वह प्रतियोगिता के दौरान लड़खड़ाकर गिर पड़ा और उसकी हालत गंभीर हो गई।
हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि यह घटना सोमवार शाम मक्कर गांव में हुई और उधम सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
राज्य के विभिन्न भागों में स्थानीय व्यापार और कुश्ती तथा कबड्डी जैसे खेलों को बढ़ावा देने के लिए छिंज मेले आयोजित किए जाते हैं। मेले के दौरान अन्य धीरज वाले खेल भी आयोजित किए जाते हैं और ग्रामीण बड़ी संख्या में दर्शक और प्रतिभागी के रूप में उनमें शामिल होते हैं।
जालोर के धुडाना गांव के निवासी सिंह 1996 में होमगार्ड में भर्ती हुए थे और पिछले 40 सालों से कुश्ती में हिस्सा लेते आ रहे हैं। रविवार को मक्का दंगल का मैच उनका आखिरी मैच साबित हुआ।
पुलिस ने बताया कि मैच के दौरान सिंह लड़खड़ाने लगे और अपना संतुलन खो बैठे और अंततः गिर पड़े। आयोजक और दर्शक उनकी मदद के लिए दौड़े लेकिन उनकी हालत गंभीर हो गई और उन्हें नजदीकी भोटा अस्पताल ले जाया गया।
उन्होंने बताया कि चिकित्सीय जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जिला होमगार्ड कमांडेंट विनय कुमार ने सिंह को टीम के एक अत्यंत मेहनती सदस्य के रूप में याद किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिला होमगार्ड बटालियन ने अपना एक अनुभवी और समर्पित सदस्य खो दिया है।’’
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