हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेताओं को कांग्रेस सरकार पर भ्रामक बयानबाजी करने के बजाय अपनी पार्टी को एकजुट रखने पर ध्यान देना चाहिए। यह बात हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व मीडिया समन्वयक संदीप सांख्यान ने आज बिलासपुर में कही। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं में आपसी कलह के कारण पार्टी में विभाजन की स्थिति पैदा हो गई है और इसके नेता पार्टी में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक दल रचनात्मक विपक्ष के रूप में काम करने में विफल रहा है और विध्वंसकारी राजनीति में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव पिछले कुछ महीनों से लंबित है और राज्य और केंद्र में भाजपा नेता किसी भी आम सहमति पर पहुंचने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश से हैं, फिर भी भाजपा नेता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के मुद्दे पर फैसला नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से भाजपा में आए दलबदलू लोग भाजपा के लिए नई मुसीबत बन गए हैं।
सांख्यान ने कहा कि भाजपा नेता राज्य के वित्तीय कुप्रबंधन पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में सरकार के कामकाज में बड़े बदलाव किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्व संग्रह बढ़ाने के अलावा, मुख्यमंत्री ने गरीबों और जरूरतमंदों, अनाथों और महिलाओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं भी शुरू की हैं और राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए क्रांतिकारी बदलाव किए हैं।
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