March 1, 2025
Uttar Pradesh

महाकुंभ के पुण्य स्नान से वंचित प्रदेश की जनता को भी मिला त्रिवेणी के पवित्र जल से स्नान का अवसर

The people of the state who were deprived of the holy bath of Maha Kumbh also got the opportunity to bathe in the holy water of Triveni.

प्रयागराज,1 मार्च। प्रयागराज महाकुंभ में इतिहास रचते हुए 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। इस पुण्य त्रिवेणी के जल की डुबकी से कोई छूट न जाए, सभी की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए योगी सरकार प्रदेश में किसी वजह से महाकुंभ न पहुंच सके लोगों के लिए भी त्रिवेणी के जल से पुण्य स्नान का नायाब अवसर दे रही है। योगी सरकार के निर्देश पर अग्नि शमन एवं आपात सेवा विभाग ने इसकी जिम्मेदारी संभाली है।

प्रयागराज महाकुंभ का पुण्य लाभ प्राप्त करने के लिए देश और दुनिया भर से 66 करोड़ 33 लाख लोग त्रिवेणी के तट पर पहुंचे। इसके अलावा जेल में बंद बंदियों की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए भी पहली बार किसी सरकार ने उन्हें जेल के अंदर ही त्रिवेणी के पुण्य जल से स्नान का मौका दिया। प्रदेश की जेलों में बंद 90 हजार से अधिक कैदियों और बंदियों को इसका अवसर प्रदान करने की नायाब पहल के बाद प्रदेश में महाकुंभ आने से वंचित रह गए लोगों के लिए भी सरकार ने पुण्य अर्जित करने का अवसर दिया।

इसकी शुरुआत शुक्रवार को त्रिवेणी संगम में अग्नि शमन एवं आपात सेवा विभाग की तरफ से हुई है। महाकुंभ के मुख्य अग्नि शमन अधिकारी प्रमोद शर्मा का कहना की शासन के निर्देश पर प्रदेश के 75 जिलों से महाकुंभ आई दमकल का पानी खाली कराकर संगम के पवित्र जल को इनमें भरकर संगम से सभी जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है। इस पुण्य जल से महाकुंभ आने से वंचित रह गए लोग स्नान कर सकेंगे।

यूपी के अग्निशमन तथा आपात सेवा ने प्रदेश के सभी 75 जनपदों में शुक्रवार से संगम का जल पहुंचाने की नायाब पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रयागराज पहुंचने पर निर्देश दिए थे कि जो लोग किन्हीं कारणों से महाकुंभ में स्नान करने नहीं आ पाए हैं, उनके लिए सरकार संगम का जल भिजवाएगी। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अब अग्निशमन और आपात सेवा ने संगम का जल दमकल में भरकर सभी जनपद के लिए रवाना कर दिया है।

महाकुंभ के मुख्य अग्नि शमन अधिकारी प्रमोद शर्मा का कहना है कि महाकुंभ में 300 से अधिक दमकल प्रदेश के विभिन्न जिलों से मंगाई गई थी। इन सभी की जल धारण क्षमता अलग-अलग है, लेकिन लगभग 5,000 लीटर पानी एक दमकल में आता है। ऐसे में 5 लाख लीटर से अधिक संगम का जल इन दमकलों के माध्यम से भेजा जा रहा है। विभिन्न जनपदों के जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कर जिला प्रशासन इसे महाकुंभ आने से वंचित रह गए लोगों तक उपलब्ध कराएगा।

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