स्वयंसेवी संस्था हिमोत्कर्ष परिषद ने ऊना जिले के दो सैन्यकर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया, जिन्होंने पिछले वर्ष कर्तव्य निर्वहन के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया। परिषद के ऊना में आयोजित 51वें वार्षिक समारोह में अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार प्रदान किए।
बंगाणा सबडिवीजन के घरवासदा गांव के निवासी गनर दिलवर खान कुपवाड़ा में 28 राष्ट्रीय राइफल्स में सेवारत थे। 24 जुलाई 2024 को एक मुठभेड़ के दौरान उन्होंने एक आतंकवादी को मार गिराया और ऑपरेशन में अपनी जान दे दी। उन्हें इस साल 26 जनवरी को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान दिलवर खान के पिता करम दीन ने उनकी ओर से यह सम्मान ग्रहण किया।
पंडोगा गांव के रहने वाले और 4 डोगरा रेजिमेंट में तैनात सिपाही कुलविंदर सिंह ने भी जम्मू आर्मी बेस में लगी भीषण आग का मुकाबला करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। समारोह के दौरान उनकी पत्नी कंचन और बेटों अयांश और अर्नव को सम्मानित किया गया।
परिषद ने हाल ही में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की विभिन्न डिग्री पाठ्यक्रमों में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करके उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों को मान्यता दी। इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं में ऊना जिले से टॉप करने वाले प्रथम दस विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र और पदक प्रदान किए गए।
अपने संबोधन में कुलदीप कुमार ने मानवता के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए हिमोत्कर्ष परिषद की प्रशंसा की। कार्यक्रम की शुरुआत परिषद के अध्यक्ष जितेन्द्र कंवर द्वारा संस्था की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने से हुई।
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