नशा विरोधी अभियान को तेज करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए नूरपुर जिला पुलिस ने कल सीमावर्ती जिले में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार करके एक अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया। नूरपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर कंडवाल में एक नाके के दौरान पुलिस को यह सफलता मिली, जहां पुलिस ने एक कार को रोका और वाहन से 4.30 किलोग्राम चरस जब्त की।
आरोपियों की पहचान अमृतसर के अमन एवेन्यू निवासी अमित कौशल और अमृतसर के मजीठा रोड निवासी गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट की धारा 20, 25 और 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला कि ये दोनों अंतर-राज्यीय ड्रग तस्करी अभियान का हिस्सा थे, जो स्थानीय डीलरों को नशीले पदार्थ मुहैया कराते थे। पुलिस ड्रग गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने में सफल रही और कल देर शाम चंबा जिले के चायल (जांगी) गांव से एक और संदिग्ध ब्यास देव को गिरफ्तार किया।
एक अलग जांच में पुलिस ने 5 अप्रैल को रेहान थाने में दर्ज चोरी के मामले को सुलझा लिया है। चोरी नरनूह गांव में बीएसएफ जवान के घर हुई थी, जहां जेवर और नकदी चोरी हो गई थी। बीएसएफ जवान की पत्नी ममता देवी ने एफआईआर दर्ज कराई थी।
परिस्थितिजन्य साक्ष्य जुटाने और संदिग्धों की पहचान करने के बाद पुलिस ने इंदौरा के ओल्ड गंगथ से यूसुफ सिप्पू और फतेहपुर उपमंडल के बरोट से साहिल को गिरफ्तार किया। उन्होंने अपराध में इस्तेमाल की गई 20,000 रुपये और मोटरसाइकिल जब्त की। इसके अलावा, यूसुफ सिप्पू की मां किरण को चोरी के आभूषण बेचने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
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