April 21, 2025
Haryana

दूसरा दिन: छापेमारी में अंतरराज्यीय लिंग निर्धारण, अवैध गर्भपात रैकेट का पर्दाफाश

Day 2: Raids bust inter-state sex determination, illegal abortion racket

रोहतक जिले की स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने उत्तर प्रदेश के एक डॉक्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर एक अवैध अंतरराज्यीय लिंग निर्धारण-सह-एमटीपी (गर्भपात) नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।

इस संबंध में सोनीपत जिले के खरखौदा कस्बे की एक महिला बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) डॉक्टर, जिसने कथित तौर पर अवैध गर्भपात या चिकित्सीय गर्भपात कराया था, के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

12 अप्रैल को रोहतक जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचना मिली कि खरखौदा के एक निजी अस्पताल में अवैध गर्भपात किया जा रहा है। रोहतक के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खड़गटा और सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र आर्य ने तुरंत छापा मारने के लिए टीम भेजी।

जिला पीसी एवं पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत राठी, डॉ. संजीव मलिक, डॉ. विशाल चौधरी और रंजीत की टीम ने खरखौदा स्थित भारद्वाज अस्पताल पर छापा मारा। टीम के सदस्यों द्वारा की गई पूछताछ में पता चला कि अस्पताल की महिला डॉक्टर ने चंडीगढ़ की एक महिला का अवैध गर्भपात किया था।

टीम के एक सदस्य ने द ट्रिब्यून को बताया, “हमें पता चला कि महिला को उसके भ्रूण का लिंग निर्धारण करने के लिए 11 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के बिजनौर भेजा गया था। भ्रूण कन्या का पाया गया, जिसके बाद खरखौदा स्थित महिला चिकित्सक द्वारा एमटीपी किया गया।”

छापेमारी के दौरान खरखौदा अस्पताल से दो एमटीपी किट भी जब्त की गईं। टीम के सदस्यों ने तुरंत एक फर्जी ग्राहक तैयार किया और भ्रूण के लिंग निर्धारण के लिए उसे बिजनौर भेजने की व्यवस्था की।
13 अप्रैल को बिजनौर के रॉयल आर.जे. अस्पताल में छापेमारी के दौरान तीन लोगों – एक डॉक्टर, एक एजेंट और एक ड्राइवर – को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान डॉ. मसूद, एजेंट सुमन और ड्राइवर साहिल के रूप में हुई है। डॉ. राठी ने कहा, “डॉ. मसूद, यूनानी चिकित्सा एवं सर्जरी स्नातक (बीयूएमएस) डॉक्टर हैं और उन्हें भ्रूण का लिंग निर्धारण करने के लिए अल्ट्रासाउंड परीक्षण करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि चंडीगढ़ की महिला का भ्रूण लिंग निर्धारण परीक्षण भी इसी डॉक्टर ने किया था।”

उन्होंने बताया कि लिंग निर्धारण परीक्षण कराने के लिए एजेंट को दिए गए 20,000 रुपये में से 19,000 रुपये छापे के दौरान बरामद कर लिए गए।

उन्होंने बताया कि बिजनौर के बीयूएमएस डॉक्टर, खरखौदा की महिला बीएएमएस डॉक्टर, खुद का लिंग निर्धारण परीक्षण कराने वाली चंडीगढ़ की महिला, एक एजेंट और एक ड्राइवर के खिलाफ बिजनौर सिटी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।

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