भरमौर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक डॉ. जनक राज ने घोषणा की है कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदतर स्थिति को लेकर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। अगली सुनवाई 28 मई को होगी।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. जनक राज ने कहा कि उन्होंने कई बार विभिन्न मंचों और यहां तक कि विधानसभा में भी इन चिंताओं को उठाया है। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य मंत्री और स्पीकर के आश्वासन के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। मेरे पास कानूनी मदद लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।”
उन्होंने दुख जताया कि विधानसभा, जिसे जनता के मुद्दों को संबोधित करने के लिए सर्वोच्च मंच होना चाहिए, निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए जरूरी मामलों पर जवाब देने में विफल रही है। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, हमारी आवाज को नजरअंदाज किया जा रहा है।”
भरमौर में ठप पड़े विकास पर प्रकाश डालते हुए डॉ. जनक राज ने दावा किया कि बुनियादी सेवाएँ अव्यवस्थित हैं और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के लगभग पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने के कारण जनता को परेशानी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भरमौर, होली, मंडल, जगत और गरोला सहित कई प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टरों के बिना चल रहे हैं। उन्होंने कहा, “पूरे निर्वाचन क्षेत्र में वर्तमान में केवल दो डॉक्टर काम कर रहे हैं। विभिन्न विभागों में अधिकांश सरकारी पद खाली हैं।” डॉ. जनक ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू के हाल ही में भरमौर दौरे की भी आलोचना की और कहा कि यात्रा के दौरान किए गए वादे पूरे नहीं हुए।
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