राजपुरा (पटियाला), 5 जून, 2025: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत पंजाब के अपने दौरे के दौरान कृषि वैज्ञानिकों से जोरदार अपील करते हुए कहा कि वे प्रयोगशालाओं से बाहर निकलें और खेतों में किसानों से सीधे बातचीत करके उनकी वास्तविक समस्याओं को समझें।
राजपुरा में किसान चौपाल को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, “दिल्ली में बैठकर डेटा अपडेट करने से कुछ नहीं होगा। अगर हम वाकई किसानों की समस्याओं को हल करना चाहते हैं, तो हमारे वैज्ञानिकों को खेतों में जाना चाहिए, किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी चुनौतियों के बारे में सीधे तौर पर जानना चाहिए।”
पानी की कमी के मुद्दों और फसल विविधीकरण की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “पानी की उपलब्धता अप्रत्याशित और सीमित होती जा रही है। इसलिए हम किसानों को कपास, मक्का और मिर्च जैसी पाँच वैकल्पिक फ़सलें अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। लेकिन कोई भी किसानों से सीधे संपर्क किए बिना वास्तविक समाधान नहीं सुझा सकता है।”
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच संयुक्त प्रयासों के महत्व पर भी जोर दिया। “पंजाब सरकार ने फसल विविधीकरण का समर्थन करने की इच्छा दिखाई है। यदि जल संसाधन कम हो रहे हैं, तो हमें धान की खेती के लिए व्यवहार्य विकल्प तलाशने चाहिए।
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