खनन माफिया पर नकेल कसते हुए नूरपुर जिला पुलिस ने कल रात इंदौरा और डमटाल पुलिस क्षेत्राधिकार के अंतर्गत सीमावर्ती क्षेत्रों में कुछ चिन्हित स्थानों पर लोडेड परिवहन वाहनों की आवाजाही की औचक जांच की और तैयार खनन सामग्री से लदे 24 भारी वाहनों को जब्त किया।
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, जब्त किए गए वाहन कुछ स्टोन क्रशर इकाइयों के थे और वे बिना कानूनी दस्तावेजों के तैयार उत्पादों को राज्य से बाहर ले जा रहे थे। जिला पुलिस ने कुछ खुफिया जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की थी और यह अभियान कल रात 10 बजे शुरू हुआ तथा आज सुबह तीन बजे समाप्त हुआ।
जिला पुलिस ने विशेष टीमें गठित कीं तथा इंदौरा और डमटाल पुलिस थाना क्षेत्र के ढांगू-माजरा, भदरोया, टांडा-मोड़ और भरोटा में रात्रि गश्त की।
तैयार खनिजों से लदे बड़ी संख्या में वाहनों की जब्ती से सरकारी खजाने को भारी मात्रा में रॉयल्टी देने से बचने का खुलासा हुआ है। खनन माफिया सरकारी खजाने को रॉयल्टी देने से बचने के लिए रात में तैयार सामग्री का परिवहन करते थे।
एसपी नूरपुर अशोक रतन ने द ट्रिब्यून को बताया कि कुछ स्थानीय स्टोन क्रशर के तैयार खनिजों से लदे इन भारी वाहनों को बिना कानूनी दस्तावेजों के राज्य से बाहर ले जाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि कुल 24 वाहनों में से लगभग 15 बिना एक्स-फॉर्म के थे, जो खनिजों के परिवहन के लिए अनिवार्य है, जबकि शेष वाहनों में भी तैयार खनिजों के परिवहन के लिए कानूनी वैधता नहीं थी।
उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन कार्रवाई के दौरान 24 परिवहन वाहनों को जब्त कर लिया गया तथा आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें स्थानीय न्यायिक अदालत को भेज दिया गया।
एसपी ने बताया कि इस साल जनवरी से 12 जून तक जिला पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ आठ एफआईआर दर्ज की हैं। अवैध खनन के लिए 364 चालान जारी किए गए और अवैध खनन गतिविधियों में लिप्त अपराधियों से 27 लाख रुपये वसूले गए। उन्होंने बताया कि अब तक पुलिस ने 42 परिवहन वाहनों को जब्त किया है।
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