जीरकपुर : जीरकपुर नगर परिषद क्षेत्र में दो नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित करने के लिए गेंद को रोलिंग सेट किया गया है।
दयालपुरा, नाभा साहिब, अड्डा झुंगियां और पीआर -7 रोड के साथ आवासीय कॉलोनियों और वाणिज्यिक परियोजनाओं से सीवेज के उपचार के लिए पहला एसटीपी शताभगढ़ गांव में स्थापित किया जा रहा है।
डेरा बस्सी के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा, संयुक्त निदेशक (शहरी विकास) परविंदर सराओ, नगर निगम के इंजीनियर विनय महाजन, एसडीओ सुखविंदर सिंह और सीवरेज और जल आपूर्ति बोर्ड के एसडीओ रजनीश कुमार ने कई क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया और उनसे गुजरने वाली स्टॉर्म वाटर लाइनों और सुखना चो का निरीक्षण किया।
महाजन ने कहा कि मुख्य उद्देश्य यह देखना है कि नए एसटीपी के निर्माण के बाद क्षेत्र में किसी भी तूफानी जल लाइन में गंदा पानी नहीं पहुंचना चाहिए।
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ रंतेज शर्मा भी मौजूद थे।
रजनीश कुमार ने कहा कि जीरकपुर में पहला एसटीपी प्लांट लगाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि जीरकपुर में बनने वाले दूसरे एसटीपी की क्षमता का आकलन किया जा रहा है। पहले एसटीपी के निर्माण के तुरंत बाद दूसरे प्लांट का काम शुरू किया जाएगा।
जीरकपुर नगर परिषद ने सीवरेज बोर्ड में 5 करोड़ रुपए जमा करा दिए थे, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका।
गौरतलब है कि वर्ष 2013 में सिंघपुरा गांव की सीमा के भीतर 17 एमएलडी क्षमता का एसटीपी प्रस्तावित था, लेकिन वह अमल में नहीं आया।
Leave feedback about this