फिरोजपुर, 14 जुलाई, 2025: बिजली क्षेत्र के निजीकरण और स्मार्ट चिप आधारित बिजली मीटर लगाने के विरोध में आज फिरोजपुर स्थित एसई कार्यालय के बाहर किसानों और मजदूरों ने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब के बैनर तले, समिति की पूर्व घोषणा के अनुसार, जिला अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह बाठ के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए, प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सभरा, धर्म सिंह सिद्धू और गुरमेल सिंह फतेहवाल ने मानसून सत्र के दौरान विद्युत संशोधन विधेयक 2025 लाने के केंद्र सरकार के कदम की आलोचना की। उन्होंने तर्क दिया कि यह विधेयक कॉर्पोरेट घरानों को लाभ पहुँचाता है, जिससे उन्हें बिजली उत्पादन से 16% लाभ कमाने का मौका मिलता है, जो 1948 के अधिनियम के उपभोक्ता-हितैषी प्रावधानों की जगह लेता है।
नेताओं ने चेतावनी दी कि निजीकरण से बिजली आम उपभोक्ताओं की पहुँच से बाहर हो जाएगी और कॉर्पोरेट घरानों को पंजाब की हज़ारों एकड़ ज़मीन औने-पौने दामों पर हासिल करने का मौका मिल जाएगा। उन्होंने पारंपरिक मैकेनिकल मीटरों की जगह प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का भी विरोध किया।
किसान नेताओं बलजिंदर सिंह तलवंडी निपाला, नरिंदरपाल सिंह जट्टाला और रणजीत सिंह खाचरवाला ने समाप्त किए गए पदों की बहाली, बिजली बोर्ड में नई भर्तियां, बोर्ड को मूल स्वरूप में पुनर्जीवित करने, खराब ट्रांसफार्मरों को शीघ्र बदलने, कार्यालयों से भ्रष्टाचार को खत्म करने, भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और सस्ती दरों पर लोड बढ़ाने के लिए वीडीएस जैसी योजनाओं को जारी रखने की भी मांग की।
सुरजीत सिंह फौजी, अमनदीप सिंह कचरभान, हरफूल सिंह दुलेवाला, वीर सिंह निजामदीनवाला सहित अन्य नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया और निजीकरण का कड़ा विरोध व्यक्त किया तथा किसानों के अधिकारों के लिए लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
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