कपूरथला प्रशासन ने गुरुवार को निचले इलाकों के निवासियों से सुल्तानपुर लोधी के पास लाख वरियान गांव के एक सरकारी स्कूल में स्थापित राहत केंद्र में जाने का आग्रह किया।प्रभावित गांवों से लोगों को निकालने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें भी तैनात की गई हैं।
क्षेत्र में तीन बचाव नौकाएं काम कर रही हैं, जो लोगों को लाने-ले जाने तथा अभी भी फंसे हुए लोगों तक आवश्यक सामग्री पहुंचाने में सहायता कर रही हैं। यह घटना ऐसे समय में घटित हुई है जब पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण व्यास नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण विशाल भूभाग जलमग्न हो गया है।
कृषि विभाग और ज़िला अधिकारियों के अनुसार, सुल्तानपुर लोधी के 15 से ज़्यादा गाँवों में 5,000 एकड़ से ज़्यादा ज़मीन पानी में डूब गई है। कई जगहों पर बाढ़ का पानी छह फ़ीट तक ऊँचा हो गया है, जिससे खड़ी धान की फ़सल का नामोनिशान तक नहीं बचा है।
एक बयान में कहा गया है कि अतिरिक्त उपायुक्त (जनरल) को राहत कार्यों का समग्र प्रभारी नियुक्त किया गया है। वह सुल्तानपुर लोधी में तैनात रहेंगी। राहत केंद्र में सूखा राशन, पेयजल और दवाइयों का पर्याप्त भंडार है। ज़रूरत पड़ने पर तत्काल स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए चिकित्सा दल भी तैनात किए गए हैं।
उपायुक्त अमित कुमार पंचाल ने निचले इलाके के निवासियों से केंद्र में स्थानांतरित होने का अनुरोध करते हुए कहा कि प्रशासन सभी प्रभावित व्यक्तियों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।सहायता के लिए वे 01822-231990 पर संपर्क कर सकते हैं।
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