राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर सोमवार को कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने शुभकामनाएं दी। साथ ही कहा कि सी.पी. राधाकृष्णन को निर्वाचित होने के पश्चात पूरी निष्पक्षता के साथ काम करने की सलाह दी।
कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और यह अपेक्षा करता हूं कि भारत के दूसरे सर्वोच्च पद पर अगर वे निर्वाचित होते हैं तो उसकी एक गरिमा है। वे भारत के उपराष्ट्रपति होंगे न कि भारतीय जनता पार्टी के उपराष्ट्रपति होंगे। लोकतंत्र की खूबसूरती और उस पद की गरिमा के लिए हम यह अपेक्षा करते हैं। वे उन परंपराओं और लोकतांत्रिक पद्धतियों को निभाएं, न कि जगदीप धनखड़ की तरह भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य करें, जो खुद बाद में भाजपा की राजनीति के शिकार हो गए। इन पदों की पूरी निष्पक्षता होनी चाहिए और लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान होना चाहिए।”
चुनाव आयोग के प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस सांसद ने कहा, “बहुत पहले एक फिल्म आई थी, जिसमें डायलॉग था कि जिनके घर खुद शीशे के होते हैं, वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकते। यह चुनाव आयोग पर बिल्कुल फिट बैठता है। आयोग यह बताए कि वह एफिडेविट देने को तैयार है। आयोग को भाजपा के एजेंट के रूप में काम नहीं करना चाहिए। मैं यह इसलिए कह रहा हूं क्योंकि अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन आयोग ने उन्हें एफिडेविट देने की बात नहीं की, वहीं जब राहुल गांधी, जो लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष हैं, ने चोरी पकड़ी और प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो उन्हें एफिडेविट देने की बात कही।”
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बिहार में निकाली जा रही वोटर अधिकार यात्रा पर उन्होंने कहा, “आज के राजनीतिक परिदृश्य में राहुल स्पष्टवादी, दृढ़ निश्चयी और दूरदर्शी नेता हैं। इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की बात की। वे लोगों के बीच जाने का काम कर रहे हैं।”
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