हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि वोट चोरी के आरोपों के संबंध में राहुल गांधी से हलफनामा मांगने वाले भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) को पहले खुद हलफनामा देना चाहिए।
हुड्डा ने आज यहां मीडिया से बातचीत में कहा, “चुनाव आयोग को लिखित में देना चाहिए कि कहीं भी कोई फर्जी मतदाता या एक व्यक्ति के दो वोट होने का मामला नहीं है। अगर आयोग लिखित में दे, तो हम अपने आरोपों के अनगिनत सबूत उसे दे देंगे।”
उन्होंने कहा, “आयोग अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए राहुल गांधी से हलफनामा मांग रहा है। लेकिन जनता समझ चुकी है कि चुनाव आयोग भाजपा की टीम की तरह काम कर रहा है। यह देश के लोकतंत्र के लिए घातक स्थिति है, क्योंकि लोकतंत्र तभी मज़बूत रहता है जब सभी संवैधानिक संस्थाएँ स्वतंत्र रूप से काम करती हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग की कि भिवानी की मनीषा मौत मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए, जैसा कि उसके परिवार ने मांग की है, क्योंकि इस मामले में हरियाणा सरकार और पुलिस की भूमिका लापरवाहीपूर्ण और गैरजिम्मेदाराना रही है।
हुड्डा ने कहा, “यह साबित करने की कोशिश की जा रही है कि यह आत्महत्या का मामला है और इस क्रूर अपराध को अंजाम देने वाले अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए और कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।”
एक प्रश्न के उत्तर में कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा शासन में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और राज्य में अपराध का राज स्थापित हो गया है। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में प्रतिदिन तीन से चार हत्याएं हो रही हैं।
उन्होंने कहा, “अपराधी जब चाहें अपराध कर देते हैं और सरकार मूकदर्शक बनी रहती है। बिगड़ती कानून-व्यवस्था के कारण हरियाणा में कोई नया निवेश नहीं आ रहा है। यहाँ तक कि मौजूदा औद्योगिक इकाइयाँ भी अन्यत्र जा रही हैं, जबकि 2014 से पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति निवेश के मामले में देश का नंबर एक राज्य था।”
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