प्रभागीय वन अधिकारी (वन्यजीव) कुलराज सिंह ने एक शिकार मामले की जांच के आदेश दिए हैं, क्योंकि एक महिला वन रक्षक ने आरोप लगाया था कि मामले को देख रहे वरिष्ठ अधिकारी सहयोग नहीं कर रहे हैं।
वन रक्षक प्रभजोत कौर ने बताया कि उन्हें 22 अगस्त की सुबह करीब 9 बजे रोपड़ के चमकौर साहिब स्थित सैदपुर गाँव में एक जंगली सूअर के मारे जाने की गोपनीय सूचना मिली थी। जब ब्लॉक अधिकारी सुखबीर सिंह और वह एक दिहाड़ी मजदूर के साथ घटनास्थल पर पहुँचे, तो उन्हें खून के धब्बे और जले हुए बाल मिले। प्रजाति की पुष्टि के लिए डीएनए परीक्षण हेतु नमूने एकत्र किए गए। उन्होंने बताया कि पास के एक घर के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को मोटरसाइकिल पर एक जंगली सूअर जैसी दिखने वाली चीज़ ले जाते हुए देखा गया है।
जाँच के दौरान कई लोगों की पहचान हुई और उनसे पूछताछ की गई। इसके बाद छापेमारी की गई और छह लोगों को हिरासत में लिया गया, साथ ही अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार और मोटरसाइकिल भी बरामद की गई।
वन रक्षक ने विभाग को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि साक्ष्य के बावजूद अधिकारी कथित तौर पर अपराधियों के साथ समझौता करके मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
जवाब में, प्रभागीय वन अधिकारी ने कहा कि मामले की औपचारिक जाँच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, “चूँकि जानवर का मांस बरामद नहीं हुआ है, इसलिए आरोपियों, संबंधित वन्यजीव अधिकारियों और शिकायतकर्ता वन रक्षक की भूमिका की गहन जाँच की जाएगी। जाँच के निष्कर्षों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”
Leave feedback about this