कांग्रेस महासचिव और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज राज्य के कुछ हिस्सों में गंभीर जलभराव के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार स्थिति को संभालने और प्रभावित लोगों को समय पर राहत प्रदान करने में विफल रही है।
सुरजेवाला ने कुरुक्षेत्र ज़िले के शाहाबाद में कठवा, तंगोर और गुमटी गाँवों का दौरा किया, जो मारकंडा नदी के उफान से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जलभराव ने हरियाणा में तबाही मचा दी है, 3,000 से ज़्यादा गाँव जलमग्न हो गए हैं, 15 लाख एकड़ से ज़्यादा की फ़सलें बर्बाद हो गई हैं और लोगों की जान चली गई है।
सुरजेवाला ने कहा कि यमुना, घग्गर, मारकंडा, टांगरी, रूण, बेगना और सोम-पथराला जैसी नदियों के बढ़ते जलस्तर और पूरे हरियाणा में तटबंधों के टूटने से स्थिति गंभीर हो गई है।
कुरुक्षेत्र में, मारकंडा नदी के तटबंध टूटने से दर्जनों गाँव जलमग्न हो गए, जिससे फसलें, घर, ट्यूबवेल और मवेशी नष्ट हो गए। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, रोहतक और कैथल जैसे जिलों में घग्गर और अन्य नदियों के तटबंध टूट गए, जिससे सड़कों, स्कूलों और औद्योगिक क्षेत्रों को भारी नुकसान हुआ। अंबाला के डडियाना और मानकपुर गाँव जलमग्न हो गए, जबकि जगादरी की 17 कॉलोनियाँ जलमग्न हो गईं। हिसार-चंडीगढ़ और दिल्ली-हिसार राजमार्गों पर जलभराव के कारण यातायात ठप हो गया।
उन्होंने कहा, ‘‘किसानों की कड़ी मेहनत और आजीविका बर्बाद हो गई, मवेशी मर गए और घर ढह गए, लेकिन सरकार वीडियो बनाने और मौखिक वादे करने में व्यस्त है।’’
शाहाबाद के पूर्व विधायक अनिल धंतोरी के साथ मौजूद सुरजेवाला ने सरकार पर बाढ़ से पहले कोई पुख्ता तैयारी न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “न नालों की सफाई हुई, न तटबंधों को मज़बूत किया गया। बाढ़ नियंत्रण के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई। यहाँ तक कि राज्य बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक भी नहीं बुलाई गई। यह आपराधिक लापरवाही नहीं तो और क्या है? सरकार ने बाढ़ राहत और बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सेना या किसी केंद्रीय एजेंसी से मदद लेने की कोई पहल नहीं की। मोदी सरकार हरियाणा की इस त्रासदी को भी ऐसे नज़रअंदाज़ कर रही है, जैसे कुछ हुआ ही न हो।”
उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार और पंजाब की भगवंत मान सरकार ने प्रभावित लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। सुरजेवाला ने कहा कि लोगों का अदम्य साहस और जज्बा ही उन्हें इस संकट में शक्ति दे रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों को प्रभावित लोगों की मदद के लिए तुरंत ठोस कदम उठाने चाहिए, न कि खोखले वादे और बहाने बनाकर समय बर्बाद करना चाहिए।
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