हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 580 सड़कें अभी भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। मौसम विभाग ने 17 सितंबर तक राज्य में बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, कुल्लू जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-03 और राष्ट्रीय राजमार्ग-305 सहित 206 सड़कें अवरुद्ध हैं, इसके अलावा मंडी में 141, शिमला में 72, कांगड़ा में 44, चंबा में 30, सिरमौर में 29, ऊना में 20 (राष्ट्रीय राजमार्ग-503ए सहित), सोलन में 19, बिलासपुर में 15, किन्नौर में दो और हमीरपुर तथा लाहुल एवं स्पीति जिलों में एक-एक सड़क अवरुद्ध है।
598 ट्रांसफार्मर अभी भी बाधित हैं, जिससे इन जिलों के कई इलाकों में बिजली गुल है। सबसे ज़्यादा 270 ट्रांसफार्मर कुल्लू में, 138 मंडी में, 125 सोलन में, 41 शिमला में, 21 चंबा में, दो किन्नौर में और एक लाहौल-स्पीति ज़िले में बाधित हैं। इसके अलावा, लगभग 367 जलापूर्ति योजनाएँ (कांगड़ा में 176, शिमला में 102, मंडी में 51, चंबा में 22, कुल्लू में छह और सोलन व सिरमौर में पाँच-पाँच) भी बाधित हैं, जिससे इन जिलों के कई इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित हो रही है।
हिमाचल प्रदेश में 12 से 14 सितंबर तक भारी बारिश जारी रहेगी। मौसम विभाग ने 12 सितंबर को शिमला, कांगड़ा, ऊना, सिरमौर, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में भारी बारिश और कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली गिरने की येलो अलर्ट जारी किया है। इसी तरह, 13 और 14 सितंबर को कई जिलों में गरज के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इस बीच, राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश हुई। मंडी ज़िले के बलद्वाड़ा गाँव में सबसे ज़्यादा 70 मिमी बारिश हुई, इसके बाद बिलासपुर के नैना देवी में 40 मिमी, पालमपुर और कांगड़ा में 36-36 मिमी, सुंदरनगर में 33.9 मिमी, मंडी में 27 मिमी, सुजानपुर टीरा में 20 मिमी, कसौली में 10 मिमी, धर्मशाला में 9.5 मिमी, शिमला में 7.2 मिमी और मनाली में 3.3 मिमी बारिश हुई।
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