बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अब बढ़ती जा रही हैं। दोनों गठबंधन अब चुनावी समर को लेकर योद्धाओं की तलाश में जुटी हैं। इस बीच बिहार की जमीन पर पहली बार कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होने वाली है।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के नेता और बिहार के मंत्री संतोष कुमार मांझी का कहना है कि कांग्रेस राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक करके अपनी खोई जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है, जो अच्छी बात है। पटना में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब समझ में आ गया है कि बिहार में पिछलग्गू बनने से काम नहीं चलेगा। महागठबंधन में जो भी क्रेडिट मिलेगा, वह एक ही पार्टी को मिलेगा।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस को अगर सद्बुद्धि आई है तो मैं उनका स्वागत करता हूं। कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी रही है और मुझे लगता है कि पहली बार उनकी बैठक हो रही है। इस कार्यसमिति में उनके बड़े-बड़े नेता आएंगे।”
उन्होंने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा कि अगर वह बिहार के बारे में सोच रही है तो उन लोगों (राजद) के साथ मत जाइए, जिनके नाम से लोगों की रूह आज भी कांप जाती है। वे लोग जंगलराज के पुरोधा रहे हैं।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह गठबंधन नहीं रहेगा और कांग्रेस अपनी राह चलेगी और लेफ्ट अपनी राह चलेगी।
एनडीए में सीटों के बंटवारे पर संतोष कुमार मांझी ने कहा कि अब समय आ गया है और 10 दिन के अंदर इस पर फैसला हो जाएगा। बहुत जल्द इस पर फैसला आएगा। हम मिलकर 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और फिर से एक बार एनडीए की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि गठबंधन में सीटों पर बातचीत होने के बाद ही सब कुछ तय होता है। ऐसे में सभी लोगों को सम्मानजनक सीट ही मिलती है, इसे लेकर कोई बात नहीं है। सभी लोगों को सम्मानजनक सीट ही मिलेगी।
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