शिमला के उपायुक्त (डीसी) अनुपम कश्यप ने गुरुवार को अपनी अध्यक्षता में आयोजित जिला तंबाकू नियंत्रण समिति की तीसरी बैठक में ‘तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0’ का शुभारंभ किया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, हितधारकों और राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
यह अभियान पूरे ज़िले में 8 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों, पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों में व्यापक जन जागरूकता गतिविधियाँ शामिल होंगी। डीसी ने बताया कि सभी गतिविधियों को राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा निगरानी की जाएगी।
तंबाकू के सेवन की गंभीरता को एक सामाजिक और स्वास्थ्य समस्या बताते हुए, उन्होंने युवाओं को तंबाकू से दूर रखने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “युवाओं में जागरूकता बढ़ाने और तंबाकू मुक्त वातावरण बनाने के लिए सभी विभागों के संयुक्त प्रयास ज़रूरी हैं।”
उपायुक्त ने कोटपा अधिनियम, 2003 के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की और सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तंबाकू उत्पादों की बिक्री के संबंध में हिमाचल प्रदेश खुदरा व्यापार लाइसेंसिंग अधिनियम, 2016 का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी विभागों को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जन-जागरूकता अभियान को मज़बूत करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा, “यह अभियान समाज के सभी वर्गों, विशेषकर युवाओं की सक्रिय भागीदारी से ही सफल होगा।”
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