कुरुक्षेत्र के उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने आज जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) को सीएम विंडो पर प्राप्त शिकायत का समाधान करने में विफल रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया।
डीसी ने सीएम विंडो शिकायतों के संबंध में समीक्षा बैठक की और लंबित शिकायतों पर असंतोष व्यक्त किया। मीणा ने कहा कि डीएफएससी ने पिछले चार महीनों में कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) पेश नहीं की है। डीएफएससी को सोमवार को शिकायतकर्ता और जवाब के साथ डीसी कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है।
जिला प्रशासन के अनुसार, अब तक सीएम विंडो पर 11,745 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से 160 प्रक्रियाधीन हैं और 138 लंबित हैं। डीसी ने अधिकारियों को गुरुवार तक लंबित शिकायतों की एटीआर जमा करने के निर्देश दिए हैं।
मीणा ने कहा कि जिस कॉमन सर्विस सेंटर संचालक के खिलाफ पैसे मांगने की शिकायत मिली है, उसकी लॉगइन आईडी ब्लॉक की जाए और फिर मामले की जांच की जाए।
सोशल मीडिया शिकायत ट्रैकर (एसएमजीटी), सीपीजीआरएएमएस, जन संवाद और समाधान शिविर में प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करते हुए डीसी ने बैठक में अनुपस्थित रहने पर जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
डीसी ने कहा कि मुख्यमंत्री का कुरुक्षेत्र पर विशेष ध्यान है और अधिकारी सभी प्रकार की शिकायतों को गंभीरता से लें और उनका समाधान करें। उन्होंने कहा कि बिना पूर्व सूचना के बैठकों से अधिकारियों की अनुपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समाधान शिविर के दौरान प्राप्त डीटीपी से संबंधित चार शिकायतें लंबित हैं।
समाधान शिविर में अब तक 6,816 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से 168 लंबित हैं और 4,859 का समाधान हो चुका है। इसके अलावा, 1,432 शिकायतें रद्द कर दी गई हैं और 342 को फिर से खोला गया है।
एसएमजीटी के अंतर्गत सीपीजीआरएएमएस पोर्टल पर 93 शिकायतें लंबित हैं और 21 का समाधान लंबित है। जन संवाद के अंतर्गत प्राप्त 387 शिकायतों में से 107 प्रक्रियाधीन हैं और 58 अतिदेय हैं। मीणा ने कहा कि एसएमजीटी पर प्राप्त शिकायतों का 24 घंटे के भीतर समाधान किया जाना चाहिए।
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