हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) के कुलपति प्रोफेसर महावीर सिंह ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) दुनिया भर में उद्योगों, शासन और शिक्षा में बदलाव ला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एचपीयू जैसे विश्वविद्यालयों ने कुशल पेशेवरों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जो इस चल रहे डिजिटल परिवर्तन में सार्थक योगदान दे सकते हैं।
वे एमएससी डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (2024-2026) बैच के प्लेसमेंट ब्रोशर के अनावरण अवसर पर बोल रहे थे। 2021 में अपनी स्थापना के बाद से विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए, प्रो. सिंह ने उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान की एक मज़बूत संस्कृति को बढ़ावा देने में विभाग की सफलता की सराहना की।
कुलपति ने विभाग की सराहना करते हुए कहा कि उसने अपने पाठ्यक्रम को उभरते उद्योग के रुझानों के अनुरूप बनाए रखा है तथा 2025 से दो नए विशेष कार्यक्रम – एमएससी (डेटा साइंस) और एमएससी (एआई) शुरू किए हैं, जिनके बारे में उन्होंने कहा कि इससे छात्रों के लिए शैक्षणिक अवसरों का और अधिक विस्तार होगा।
छात्रों की क्षमता पर विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि हमारे छात्र अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता, प्लेसमेंट और शोध योगदान के माध्यम से विश्वविद्यालय को मान्यता दिलाते रहेंगे।”
विभाग के अध्यक्ष प्रो. मनु सूद ने कहा, “2021 में अपनी स्थापना के बाद से, विभाग तेज़ी से बदलते तकनीकी परिदृश्य की माँगों को पूरा करने के लिए निरंतर विकसित हुआ है। दो विशिष्ट स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की शुरुआत हमारी नींव को और मज़बूत करती है और हमारे छात्रों के लिए करियर की संभावनाओं को व्यापक बनाती है।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभाग का लक्ष्य न केवल सक्षम पेशेवर तैयार करना है, बल्कि सामाजिक रूप से जिम्मेदार व्यक्ति तैयार करना भी है जो प्रौद्योगिकी का उपयोग व्यापक हित में करने में सक्षम हों।
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