पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुलिस स्मारक केंद्र में पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर वीर पुलिसकर्मियों को नमन किया। समारोह में सलामी और परेड का आयोजन भी किया गया, जिसमें पुलिस बल की अनुशासित और गौरवपूर्ण उपस्थिति देखने को मिली।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग नामक अत्यंत ठंडे स्थान पर गश्त कर रही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 10 जवानों की टुकड़ी पर जब चीनी सैनिकों ने अचानक हमला किया, तब दुश्मनों से डटकर लड़ते हुए देश की सीमाओं की रक्षा करते समय केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के 10 वीर जवान शहीद हो गए। तभी से हर वर्ष 21 अक्टूबर का दिन देशभर के पुलिस बल की ओर से ‘पुलिस स्मृतिदिन’ के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस स्मृतिदिन के दिन एक साथ देश के सभी पुलिस मुख्यालयों में ‘पुलिस स्मृतिदिन परेड’ का आयोजन किया जाता है, जो पुलिस बल की अनुशासित और गौरवपूर्ण उपस्थिति को दिखाता है।
अजित पवार ने कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान जिन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपना कर्तव्य निभाते हुए वीरगति प्राप्त की, उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 1 सितंबर 2024 से 31 अगस्त 2025 की अवधि में देश के सभी राज्यों और केंद्रीय अर्धसैनिक पुलिस बलों के कुल 191 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं। इन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए हम सब इस स्थल पर एकत्र हुए हैं। मैं आप सभी की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
उन्होंने कहा कि हमारे पुलिसकर्मियों का बलिदान हमें हमेशा प्रेरित करता है। उनकी वीरता और समर्पण समाज की सुरक्षा और शांति के लिए एक मिसाल है।
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