गुरुग्राम के सेक्टर-10 थाना क्षेत्र में एक निजी अस्पताल की 28 वर्षीय नर्स ने अपने तीन साल के बेटे को कमर से बांधकर एक आवासीय सोसाइटी की सातवीं मंजिल से छलांग लगा दी। महिला और उसके बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया।बुधवार को सेक्टर-10 थाने में महिला के पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज की मांग को लेकर हत्या का मामला दर्ज किया गया।
पुलिस के अनुसार, महिला और उसके बेटे की पहचान शर्मिला और युवान के रूप में हुई है। महिला एक निजी अस्पताल में नर्स का काम करती थी, जबकि उसका पति रोहित गुरुग्राम की जिला अदालत के पास जूस की दुकान चलाता है। रोहित और शर्मिला महेंद्रगढ़ जिले के अलग-अलग गाँवों से हैं और उनकी शादी चार साल पहले हुई थी। वे वज़ीरपुर गाँव के पास सिद्धार्थ एन्क्लेव में एक फ्लैट में रहते थे।
बताया जा रहा है कि शादी के कुछ ही दिनों बाद दोनों में झगड़ा होने लगा। शर्मिला के माता-पिता ने कई बार दोनों से बात करके मामला सुलझाने की कोशिश की। मंगलवार को शर्मिला के परिवार वाले फिर से मामला सुलझाने आए। उनके वापस जाने के बाद, शर्मिला ने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे युवान के साथ सातवीं मंजिल से छलांग लगा दी।
बुधवार को शर्मिला के भाई सुरेन्द्र ने आरोप लगाया कि रोहित और उसके रिश्तेदारों ने दहेज के लिए उसे परेशान किया, जिसके कारण उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। शिकायत के बाद, रोहित और उसके चार अन्य परिजनों के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जाँच अधिकारी सब-इंस्पेक्टर जगदीश कुमार ने बताया, “कल पोस्टमार्टम के बाद हम शव परिजनों को सौंप देंगे।”
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