कर्नाटक के बागलकोट से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री एच.वाई. मेती का मंगलवार को बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है।
एच.वाई. मेती को हाल ही में गंभीर बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कई अंगों के फेल होने से उनकी मौत हो गई। 79 साल के नेता मेती को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का करीबी माना जाता था। वे पांच बार विधायक रहे। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार बुधवार को बागलकोट जिले के थिम्मापुर में होगा।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर मेती के निधन पर दुख जताया। उन्होंने लिखा, “पूर्व मंत्री, नॉर्थ कर्नाटक क्षेत्र के सीनियर नेता और मौजूदा एमएलए एच.वाई. मेती के निधन की खबर से मुझे बहुत दुख हुआ है। पिछले गुरुवार को ही मैं उनसे मिलने हॉस्पिटल गया था और उनकी सेहत के बारे में पूछा था। उस समय मुझे पूरी उम्मीद थी कि वह ठीक हो जाएंगे और फिर से हम सबके बीच होंगे। अफसोस, मेरी उम्मीद और मेरी दुआएं दोनों ही गलत साबित हुईं।”
उन्होंने लिखा, “मेती ने अपनी लंबी जिंदगी का ज्यादातर हिस्सा लोगों की सेवा में बिताया। वह एक समर्पित नेता थे जो सिर्फ लोगों की भलाई और अपने इलाके के विकास की परवाह करते थे। उनके जाने से हमारा समाज गरीब हो गया है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। मैं प्रार्थना करता हूं कि मेती के परिवार और उनके चाहने वालों को इस दुख को सहने की हिम्मत मिले।”
उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने भी मेटी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने लिखा, “यह जानकर बहुत दुख हुआ कि बागलकोट कांग्रेस के सीनियर एमएलए और पूर्व मंत्री श्री एच.वी. मेटी का आज खराब सेहत की वजह से निधन हो गया। उनके जाने से पार्टी को एक ऐसा नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती, और मैं प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले और भगवान उनके परिवार वालों को इस दुख को सहने की शक्ति दे।”


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