बिहार चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ चुकी है, जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है, सियासी बयानबाजियां तेज होती जा रही हैं। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर प्रदेश में शांति और सुरक्षा चाहिए तो उसके लिए एनडीए को जीताना होगा।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मैं बेगूसराय की जनता से शांति और सद्भाव के लिए एनडीए को वोट देने की अपील करता हूं, ताकि ‘जंगलराज’ और ‘गजवा-ए-हिंद’ के एजेंडे की वापसी न हो। शांति और विकास को बढ़ावा मिलता रहे। मैं बुद्धिजीवियों से लेकर गरीबों और मजदूरों तक, सभी से अपील करता हूं कि वोट डालने से एक रात पहले अच्छी तरह सोच-विचार कर लें।”
उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार लगातार विकास कर रही है। यह बात जनता को भी पता चल गई है, लेकिन विपक्ष के लोग जनता से झूठा वादा करके उनको बहकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनको यह नहीं पता कि जनता उनके बहकावे में नहीं आने वाली है। जनता ने पूरा मन बना लिया है कि फिर से एनडीए को ही सत्ता में वापस लाना है, जिससे बिहार विकसित हो सके।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के वंशवादी राजनीति वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, “शशि थरूर को बहुत दिनों बाद वंशवादी राजनीति याद आई है। शायद उनकी बात खड़गे तक पहुंच जाए, ताकि वह भी गुलामी से मुक्त होकर वंशवादी शासन के खिलाफ खड़े हो सकें।”
बता दें कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक लेख में लिखा था कि वंशवाद सिर्फ कांग्रेस में नहीं, बल्कि लगभग हर राजनीतिक दल में मौजूद है। उन्होंने लेख में कहा था कि जब राजनीतिक शक्ति वंश के आधार पर तय होती है, न कि योग्यता, प्रतिबद्धता या जनसंपर्क से, तो शासन की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
थरूर ने यह भी लिखा कि नेहरू-गांधी परिवार, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का प्रभाव भारत की आजादी और लोकतंत्र के इतिहास से जुड़ा हुआ है। लेकिन इसी ने यह विचार भी मजबूत किया कि नेतृत्व किसी का जन्मसिद्ध अधिकार हो सकता है, और यह सोच आज सभी पार्टियों और राज्यों तक फैल गई है।


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