असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को पटना में कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘लाखपति दीदी योजना’ की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना को असम ने भी अपनाया है।
सीएम सरमा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जो स्कीम लाया, सेल्फ हेल्प ग्रुप की माताओं के बैंक अकाउंट में 10-10 हजार रुपए डालने का और आगे जाकर सभी को लाखपति दीदी बनाने का, उसे असम ने भी अपनाया है। असम में जो महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हैं, उनके खातों में हम लोगों ने भी 10-10 हजार रुपए डाले हैं।
सीएम सरमा ने सीमा से लगे राज्यों में हो रहे डेमोग्राफिक चेंज को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि झारखंड से लेकर बिहार, बंगाल और असम तक, इन राज्यों में बांग्लादेश सीमा के नजदीक होने के कारण आबादी का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों में बड़ा डेमोग्राफिक चेंज हो रहा है, जो देश के लिए बड़ी चुनौती है। एसआईआर से कुछ समाधान हुए हैं, लेकिन इस बदलाव को रोकने के लिए बड़े कदम उठाने जरूरी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर काम कर रहे हैं। बंगाल और झारखंड की हालत बहुत खराब है। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि हमारी अस्मिता का मुद्दा है।
उन्होंने आगे कहा कि पहले केवल असम में इस विषय पर चर्चा होती थी, लेकिन अब बिहार, झारखंड और बंगाल में भी यह मुद्दा राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बन गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि पीएम मोदी देश की अस्मिता की रक्षा के लिए इस दिशा में बड़ा कदम जरूर उठाएंगे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से भारतीय सेना पर दिए गए बयान पर भी मुख्यमंत्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा है, वह देश को कमजोर करने की कोशिश है। जो लोग देश के लिए मर मिटने को तैयार हैं, वे जाति या धर्म के आधार पर नहीं लड़ते। सेना में ऐसे शब्द कहना देश के जवानों का अपमान है। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने बहुत बड़ा गुनाह किया है। सुप्रीम कोर्ट को इस पर खुद संज्ञान लेना चाहिए और या तो उन्हें देशद्रोही घोषित करे या पागल।


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